सऊदी अरब के राष्ट्रीय सांस्कृतिक उत्सव में भारत को ‘गेस्ट आफ ऑनर’
रियाद। सऊदी अरब के राष्ट्रीय सांस्कृतिक उत्सव ‘अल जनादरिया’ में भारत इस साल ‘सम्मानित अतिथि’ (गेस्ट आफ ऑनर) देश के तौर पर शामिल हो रहा है। इस उत्सव का उद्घाटन भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज बुधवार को रियाद के निकट करने जा रही हैं।
उत्तर कोरिया पर 50 साल बाद जहाज जब्ती का मुकदमा
इस उत्सव की शुरुआत सत्तारूढ़ शाह के संरक्षण में 1985 में हुई थी। इस साल भी राजा सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सऊद उत्सव के संरक्षक हैं। यह खाड़ी का सबसे बड़ा सांस्कृतिक उत्सव है, जो 3.2 करोड़ लोगों के तेल समृद्ध देश के जीवन व विरासत को प्रस्तुत करता है।
दो सप्ताह तक चलने वाले उत्सव में कई तरह की चित्रकारी, व्यंजन, संगीत, बौद्धिक चर्चाओं के दौर चलेंगे।
मालदीव में राजनैतिक संकट, पूर्व राष्ट्रपति ने मांगी भारत से सैन्य मदद
इस साल उत्सव का 32वां संस्करण है। इसे हर साल सऊदी नेशनल गॉर्ड द्वारा आयोजित किया जाता है। इस उत्सव का प्रमुख लक्ष्य सऊदी अरब की इस्लामिक पहचान को उजागर करना है, साथ ही राष्ट्रीय विरासत को प्रदर्शित करना और आने वाली पीढ़ियों के लिए इसके संरक्षण में सहायता करना है।
अल जनादरिया केवल सऊदी नागरिकों को ही अपनी संस्कृति से अवगत कराने के लिए नहीं है, यह दूसरे देशों की संस्कृति से जुड़ने की भी एक कवायद है। इसी के तहत हर साल एक देश को इसके ‘गेस्ट आफ ऑनर’ के रूप में नामित किया जाता है। जिस देश को यह सम्मान दिया जाता है, उसकी सांस्कृतिक विरासत को इस उत्सव में प्रदर्शित किया जाता है। इस साल यह सम्मान भारत को मिला है।
इस प्रतिष्ठित उत्सव में भारत को आमंत्रित करना सऊदी अरब व भारत के बढ़ते रिश्तों का साक्षी है।
इसमें भाग लेने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एक बड़े प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रही है। इसमें विदेश राज्य मंत्री वी.के.सिंह के साथ भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) के सदस्य भी शामिल हैं, जो जनादरिया उत्सव में भारतीय मंडप के उद्योग व कार्यान्वयन के साझीदार हैं।
इस उत्सव का नाम सऊदी अरब की राष्ट्रीय राजधानी के बाहर स्थित जगह के नाम पर रखा गया है, जहां यह आयोजित होता है।
देखें वीडियो :-