पड़ोसी मुल्क की राजनीति होगी ‘पाक’, चुनाव में पहली हिन्दू महिला की दस्तक

कराची: पाकिस्तान में हिन्दुओं की स्थिति पूरी दुनिया जानती है। उन पर अत्याचार की खबरें आती ही रहती हैं। इस बार भी एक हिंदू की खबर आई है। लेकिन अच्छी है। यहां एक हिन्दू महिला को चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया गया है।

हिन्दू महिला

इस बार पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने ऐसा कदम उठाया है जो किसी मिसाल से कम नहीं है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने सिंध प्रांत में थार की रहने वाली एक हिन्दू महिला कृष्णा कुमारी को सीनेट चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है।

स्वतंत्रता सेनानी के परिवार से आने वाली कृष्णा कुमारी यदि नागरपार्कर जिले से चुनाव जीत जाती हैं तो वह मुस्लिम बहुल पाकिस्तान में सीनेटर बनने वाली पहली हिन्दू महिला होंगी।

शमा समाचार चैनल की खबर के अनुसार, कुमारी एक कोहली परिवार से आती है और वह एक सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर अपने भाई के साथ पीपीपी में शामिल हुई थीं।

बाद में उन्हें बेरेनो से यूनियन काउंसिल का अध्यक्ष बनाया गया। कुमारी ने कहा कि उन्होंने अपने नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए सभी आवश्यक तैयारी पूरी कर ली है।

कृष्णा का जन्म 1979 में सिंध के नगरपारकर जिले के एक दूरदराज गांव में हुआ था। उनके परिवार के सदस्यों ने एक जमींदार की एक निजी जेल में करीब तीन साल गुजारे।

चैनल के अनुसार कुमारी ने 16 वर्ष की उम्र में लालचंद से विवाह किया था और उस समय वह नौंवी ग्रेड की पढाई कर रही थीं। हालांकि उन्होंने अपनी पढाई जारी रखी और वर्ष 2013 में उन्होंने सिंध विश्वविद्यालय से समाज शास्त्र में मास्टर्स की डिग्री हासिल की।

मालूम हो कि, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने देश की राजनीति में पहले भी कई राजनेता दिए हैं। पाकिस्तान की पहली महिला प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो, पहली महिला विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार और नेशनल असेंबली की पहली महिला स्पीकर फहमिदा मिर्जा भी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी से आती हैं।

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