राज्यसभा में बोले शाह, ‘चाय वाले का बेटा पीएम बन सकता है तो पकौड़े वाले का बेटा…

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राजनीति में ‘चाणक्य’ नाम से मशहूर अमित शाह ने सोमवार को राज्यसभा में अपना डेब्यू भाषण दिया। अपने पदार्पण भाषण में शाह ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का भी ज़िक्र किया।

भारतीय जनता पार्टी

उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जी ने अपने अभिभाषण में कई विषयों पर अपनी बात कही। कई लोग इस पर विश्लेषण भी करते हैं, उसका स्वागत है लेकिन उसे अलग दृष्टिकोण से देखना चाहिए।

बता दें कि इससे पहले शीतकालीन सत्र में जीएसटी पर चर्चा के दौरान उन्हें अपना डेब्यू भाषण देना था, लेकिन विपक्ष के विरोध के चलते भाषण नहीं दे पाए थे।

गब्बर सिंह एक डाकू था’

अपने भाषण के दौरान अमित शाह ने कहा कि जीएसटी काउंसिल की 23 बैठक में कांग्रेस सरकारों के कई मंत्री शामिल हुए और उन्होंने सहमति जताई। लेकिन सदन में कुछ और ही भाषा बोलते हैं। उन्होंने कहा कि लोग जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स बोल रहे हैं, गब्बर सिंह एक डाकू था। कानूनी रूप से टैक्स लेना क्या डकैती है।

शाह ने कहा, ‘ये टैक्स देश के जवानों के लिए जाता है, लोगों की भलाई में जाता है। क्या लोगों को टैक्स ना देने के लिए कहना अच्छी बात है’।

‘सरकार का बहुत सारा समय गड्ढा भरने में ही गया’

विपक्ष पर जोरदार हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि हमें विरासत में गड्ढे मिले थे, सरकार का बहुत सारा समय गड्ढा भरने में ही गया है। उन्होंने कहा कि 2013 में देश की जो स्थिति थी, उसे याद करने की जरूरत है।

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देश में विकास की गति काफी गिरी हुई थी, महिलाएं देश में सुरक्षित नहीं थीं। सीमा की रक्षा करने वाले जवान सरकार के अनिर्णय के कारण कुछ कर नहीं पा रहे थे। उन्होंने कहा कि जब मोदी जी को सदन का नेता चुना गया, उस दौरान उन्होंने कहा था कि ये सरकार गरीबों की सरकार होगी। ये सरकार गांधी और दीनदयाल के सपनों को पूरा करने में आगे बढ़ रही है।

पकौड़े बेचना अच्छी बात

बीते दिनों एक इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी ने पकौड़े बेचने वाले का उदाहरण दिया गया था। जिसपर विपक्ष ने ज़ोरदार हंगामा किया था। अब शाह जब राज्यसभा पहुंचे तो उन्होंने विपक्ष को इस मुद्दे पर करारा जवाब दिया है।

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राज्यसभा में शाह ने कहा, ‘बेरोजगारी से अच्छा है कि कोई युवा पकौड़ा बेच रहा है, पकौड़ा बेचना शर्म की बात नहीं है इसकी भिखारी के साथ तुलना ना करें’। उन्होंने कहा कि अगर चाय वाले का बेटा पीएम बन सकता है तो पकौड़े वाले का बेटा आगे जाकर उद्योगपति भी बन सकता है।

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