गुजरात: भाजपा के लिए चुनाव से पहले चुनौती बने किसान, करेंगे बहिष्कार!

गुजरात चुनावनई दिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है और सारी पार्टीयां अपने-अपने मुद्दों के साथ मैदान में उतर चुकी हैं। एक तरफ भाजपा अपनी विकास परख योजनाओं का महिमा मंडन करने में लगी है तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष लगातार पीएम मोदी को निशाने पर ले रहा है। इसी बीच जनता के बीच से आई एक खबर ने भाजपा के होश उड़ा दिए हैं।

दरअसल यह खबर किसान और राहत कार्यों से जुड़ी हुई है। पता चला है कि जिस बाढ़ राहत की वजह से चुनाव आयोग ने तारीकों के ऐलान में देरी की उसका मुआवजा अभी भी किसानों को नहीं मिला है। बनासकांठा जिले में बाढ़ पीड़ितों को मुआवजे के नाम पर राज्य सरकार की ओर से एक दाना भी नसीब नहीं हुआ है।

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बता दें कि बनासकांठा जिले में जेतड़ गांव के किसान देवीजी भाई भाटर की पूरी फसल बाढ़ में डूब गई। 8 एकड़ की खेती वाली जमीन बाढ़ के पानी में डूबी रही और अब देवी की स्थिती यह है कि उसके पास खेती लायक जमीन नहीं है। गुजरात सरकार ने इन बाढ़ पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान किया था, लेकिन जेतड़ गांव के देवीजी भाई और 80 अन्य किसानों को सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिली।

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इतना ही नहीं बाढ़ पीड़ितों ने मदद के लिए मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखा है, लेकिन वहां से भी उनके हाथ केवल निराशा ही लगी।

वहीं देवीजी भाई का कहना है कि हम पिछले कई महीनों से मुआवजे का इंतजार कर रहे हैं। हमने निजी रूप से कई बार सरकार को पत्र लिख कर अपनी विपदा बताई, लेकिन 70 से 80 किसानों को सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिली है। आगे कहा कि भले ही सरकार ने सर्वे करा लिया है लेकिन अगर उन्होंने हमें मदद नहीं दी तो हम सब उनके चुनावों का बहिष्कार करेंगे।

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