चुनाव आयोग ने तय कर दी गुजरात ‘रण’ की तारीख
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव का ऐलान करते समय गुजरात चुनाव को टालने पर विपक्षियों के निशाने पर आए इलेक्शन कमिशन ने आखिरकार आज गुजरात चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया। ऐलान के साथ ही गुजरात में आचार संहिता लागू हो गई है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ए.के.ज्योति की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय निर्वाचन आयोग ने गुजरात में होने वाले रण की तारीख तय कर दी है। गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए मतदान दो चरणों में होंगे। पहले चरण का चुनाव 9 दिसंबर को 89 सीटों के लिए और दूसरे का 14 दिसंबर 93 सीटोें पर होगा।
गुजरात में 182 सीटों का चुनाव होने हैं, जिसके लिए 50,000 से ज्यादा पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। गुजरात में 4.3 करोड़ वोटर आगामी सरकार तय करेगी। चुनाव में कोई भी कैंडिडेट 28 लाख से ज्यादा की रकम खर्च नहीं कर सकता। इसके लिए हर उम्मीदवार को अलग से बैंक खाता खुलवाना पड़ेगा।
इसके बाद हिमाचल और गुजरात चुनाव के वोटों की गिनती एक ही दिन यानी 18 दिसंबर को ही होगी। चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान पहले ही कर दिया था और गुजरात चुनाव की तारीखों के ऐलान को टाल दिया था।
गुजरात चुनाव तारीखों के ऐलान में देरी को लेकर कांग्रेस पार्टी सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गई थी। कांग्रेस का कहना था कि भाजपा की केंद्र सरकार ने यह सब जानबूझकर किया है जिससे उन्हें जनता को लुभाने का मौका मिल सके।
कांग्रेस के लीगल डिपार्टमेंट के प्रमुख विवेक तनखा का कहना है कि, सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में 14 सवाल उठाए गए है। हमें उम्मीद थी कि चुनाव आयोग से जवाब जरूर मिलेगा पर ऐसा नहीं हुआ। हम कोर्ट के समक्ष गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित नहीं किए जाने के मुद्दे को उठाएंगे।
बता दें कि, मुख्य चुनाव आयुक्त अचल कुमार ज्योति ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित गुजरात में राहत कार्य जारी है और ऐसे में काफी संख्या में सरकारी बल इस कार्य में लगा हुआ है। राज्य सरकार के 26443 कर्मचारियों को चुनाव की ड्यूटी में लगाया जाना है। जो स्टाफ अभी राहत कार्य में लगा हुआ है, उसी स्टाफ को चुनाव की ड्यूटी में भी लगाया जाएगा क्योंकि चुनाव आयोग स्टाफ की आपूर्ति नहीं करता है।
हिमाचल और गुजरात में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही होने वाला है। इन दोनों ही जगह मतदाता अपने फोटो वोटर आईडी के जरिए ही मतदान कर सकेंगे। साथ ही इस बार मतदान के लिए VVPAT (वोटर वेरीफ़ाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) का इस्तेमाल होगा, जिसके बाद मशीन से एक पर्ची भी निकलेगी। बता दें कि पहली बार VVPAT के जरिए मतदान संपन्न कराया जाएगा।