अमेरिका पर मंडराया चक्रवती तूफान इरमा का खतरा, तैयार किए जा रहे हैं 456 आपात शिविर
वॉशिंगटन। हार्वे तूफान के बाद अमेरिका पर एक बार फिर खतरा मंडरा रहा है। दक्षिण पूर्वी अमेरिका पर एक और शक्तिशाली चक्रवती तूफान ‘इरमा’ का खतरा गहरा गया है।
इस तूफान से अमेरिका के कई तटवर्ती इलाकों के अलावा प्यूर्टो रिको, वेस्टइंडीज, क्यूबा, ब्रिटिश और अमेरिकी वर्जिन द्वीपसमूह के प्रभावित होने की आशंका जताई गई है। फ्लोरिडा और प्यूर्टो रिको में आपात स्थिति की घोषणा कर दी गई है।
इसके साथ ही अमेरिका के नेशनल सेंटर (एनएचस) ने संबंधित क्षेत्रों के लिए चेतावनी जारी की है। इस तूफान को चौथी श्रेणी में रखा गया है जिसकी हवा चलने की 209-251 किलोमीटर प्रति घंटे चलने की आशंका बताई जा रही है। फिलहाल इरमा 220 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।
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इससे बिजली के खंभों और पेड़ों के उखड़ने के अलावा मकानों को भी व्यापक पैमाने पर नुकसान पहुंचने का खतरा है। बिजली और पेयजल आपूर्ति चरमरा सकती है। टेक्सास के तट से टकराने वाला हार्वे भी चौथी श्रेणी का तूफान था, जिसने व्यापक तबाही मचाई।
फ्लोरिडा के अलावा प्यूर्टो रिको में लोगों को जरूरी सामान जैसे सीलबंद खाना, पानी, बैटरी, टॉर्च आदि खरीदने के लिए दुकानों पर लंबी-लंबी कतार में लगे हुए देखा गया। एनएचसी के विशेषज्ञों ने इरमा के शनिवार तक फ्लोरिडा के तट से टकराने की चेतावनी जारी की है।
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तूफान के अगले 48 घंटे में और मजबूत होने की बात कही गई है। 62 हजार लोग जा सकते हैं शिविरों में अमेरिका के प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में 62 हजार से ज्यादा लोगों के राहत शिविरों में शरण लेने का अनुमान है। इसके लिए 456 आपात शिविर तैयार किए गए हैं।