… और स्कूल बैग बन गया बच्चे की आखिरी जिद
महाराष्ट्र। बच्चे हर तरह की जिद करते हैं। कुछ दायरे की तो कुछ पहुंच के बाहर की। लेकिन एक स्कूल बैग किसी के आत्महत्या करने की वजह बन सकता है, सोचने पर जवाब न में ही आएगा। पर यह सच है। यहां एक बच्चे ने स्कूल खुलने के तुरंत बाद ही किताबें और बैग न मिलने पर आत्महत्या कर ली।
छात्र सातवीं कक्षा में गया था और अपने पिता से उसने नई किताबों और स्कूल बैग की डिमांड की थी। बताया जा रहा है कि पिता ने दूसरे दिन स्कूल बैग और किताबें दिलाने की बात कही और वो खेतों में चला गया। जब पिता वापस घर लौटा, तबतक बच्चा अपनी जान दे चुका था।
बताया जा रहा है कि स्कूल खुलने के पहले ही सप्ताह में स्कूल की तरफ से किताबों के लिए जोर डाला गया था। पर पैसों की तंगी की वजह से बच्चे के घर से नई किताबें और स्कूल बैग नहीं मिल पाया था। इस वजह से बच्चा बेहद परेशान था।
बच्चे के पिता ने बताया कि बच्चे ने उनके स्कूल बैग औऱ किताबों के लिए कहा था। मैंने उससे कहा कि वो दो दिन में उसे सब चीजें मिल जाएंगी। अभी पैसों की तंगी चल रही है। इसके बाद मैं खेतों में चला गया औऱ जब लौटा तो बच्चे के इस कदम के बारे में जानकारी मिली।
Nagpur: Disappointed after his father did not buy books and bag immediately, a class 7th student committed suicide. pic.twitter.com/BdV66uT9XS
— ANI (@ANI) July 10, 2017