
लंदन। ब्रिटेन की खुदरा श्रृंखला मार्क्स एंड स्पेंसर भी उन कंपनियों में शामिल हो गई है जिसने गूगल के प्लेटफार्म से अपना विज्ञापन वापस ले लिया है, क्योंकि कंपनी को डर है कि उसका विज्ञापन आंतकवादियों की सामग्री और संदेशों के साथ दिखाया जाएगा। कंपनी ने सोमवार को अपना विज्ञापन वापस ले लिया।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले ब्रिटेन की सरकार ने यूट्यूब (जोकि गूगल की कंपनी है) से अपने विज्ञापनों को हटाने का फैसला किया था, क्योंकि आतंकवादियों की सामग्रियों के साथ ये विज्ञापन दिखाई दे रहे थे।
गूगल ने इस पर कहा कि ऐसा नहीं है कि उससे गलतियां नहीं हो सकती है। लेकिन वो इसमें ‘सुधार’ करेगी।
यह कदम हाल में द टाइम्स, लंदन की एक जांच के बाद उठाया गया है, जिसमें पाया गया था कि जानी-मानी कंपनियों और संगठनों के विज्ञापन यूट्यूब साइट पर आतंकवादी समूहों की सामग्री के साथ दिखाए जा रहे हैं।
किसी वीडियो के साथ विज्ञापन दिखने पर वीडियो डालने वाले की हरेक 1,000 क्लिक पर 6 पाउंड (8 डॉलर) की कमाई होती है। इसका मतलब यह है कि यह ब्रांड जाने-अनजाने आतंकवादियों की मदद कर रहे हैं।
पिछले महीने ब्रिटेन के मंत्रियों ने सेना की बहाली और रक्त दान कैंपों के विज्ञापन पर अस्थायी रूप से रोक लगाकर गूगल को सम्मन भेज कर मंत्रिमंडल कार्यालय में बातचीत के लिए बुलाया था।
इससे पहले फास्टफूड चेन मैकडोनाल्ड, सौंदर्य प्रसाधन कंपनी लॉरियल, लक्जरी कार निर्माता ऑडी के साथ ही बीबीसी, द गार्जियन और चैनल 4 ने भी यूट्यूब को दिए जानेवाले विज्ञापन रोक दिए थे।
वहीं, स्काई न्यूज और वोडाफोन भी अपने विज्ञापनों को रोकने की योजना बना रही है।