गोदामों से 12000 करोड़ का अनाज गायब, बढ़ी बैंको की मुश्किलें
एजेंसी/चंडीगढ़ : अभी तक बैंक पुराने कर्ज को वसूल नहीं पाए है, इससे पहले ही एक और स्कैंडल उनके नाम होने वाला है। पंजाब में अनाज के गोदामों से अनाज गायब होने के बाद पंजाब में बादल सरकार की मुसीबतें बढ़ती दिख रही है। इससे बैंको को भी 12000 करोड़ रुपए की चपत लगेगी।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पंजाब सरकार के फूड बॉरोइंग प्रोग्राम के लिए लोन देने वाले सभी बैंको को आगाह किया है कि वो इस प्रकार के सभी कर्ज को बैड लोन की कैटेगरी में रखें। आरबीआई ने ये चेतावनी यह पता चलने के बाद जारी किया कि जिन पैसों से अनाज खरीदे गए थे, वो फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के गोदाम में है ही नहीं।
मामले की जानकारी रखने वाले 4 लोगों ने बताया कि आरबीआई के आदेश ने बैंकों के कान खड़े कर दिए हैं, जिन्हें इस लोन के कम से कम 15 प्रतिशत हिस्से की प्रोविजनिंग करनी होगी। एसबीआई ने इस मामले पर चर्चा के लिए 18 अप्रैल को बैठक बुलाई है। आशंका जताई जा रही है कि लोन की रकम कहीं ज्यादा यानि 20,000 करोड़ रुपए हो सकती है।
एसबीआई की चेयरमैन अरुंधति भट्टाचार्य ने इस मामले में कमेंट करने से मना कर दिया है। इस घटना से सकते में आई बैंकिंग सिस्टम से बाद सरकार की मुसीबतें बढ़ सकती है। रिजर्ल बैंक ने सभी बैंको से प्रोविजनिंग करने को कहा है। दूसरी ओर राज्य सरकार ने आश्वासन दिया है कि बैंको को घाटा नहीं होगा, क्यों सरकार सारे लोन चुका देगी।