
VINEET KUMAR TIWARI
हमीरपुर:- यूपी के हमीरपुर जिले में 9 सौ करोड़ से अधिक के अवैध खनन की जांच कर रही सीबीआई की तीन सदस्यीय टीम ने आज फिर हमीरपुर पहुँचकर डेरा डाल दिया है,सीबीआई टीम ने मौदहा डेम गेस्ट हाउस को अपना कैम्प कार्यालय बनाकर जांच शुरू कर दी है। अभी फिलहाल उन्होंने खनिज विभाग के अधिकारियों को तलब किया है।
सपा शासन काल में हुए 9 सौ करोड़ के खनन घोटाले की जाँच कर रही सीबीआई की टीम ने आज फिर हमीरपुर में डेरा डाल दिया है इससे पहले जून 2019 में सीबीआई की टीम ने सपा एमएलसी रमेश मिश्रा सहित 11 खनन माफियाओं के ठिकानो में छापा मारकर हड़कंप मचा दिया था जिसमे सीबीआई ने अहम् दस्तावेजों को खंगालते हुए कार्यवाही की थी .सीबीआई पूर्व में आईएएस बी चंद्रकला समेत 11 लोगों को निशाना बना चुकी है और 63 को इसमें वादी बनाया था लेकिन इस अरबो के कारोबार में शामिल और लोगो की खोज के लिए सीबीआई की टीम ने हमीरपुर में एक बार फिर से छापा मारा है।
अवैध खनन का यह था पूरा मामला ,जुलाई 2012 के बाद जिले में 62 मौरंग के खनन के पट्टे दिए थे ई-टेंडर के जरिए मौरंग के पट्टे देने का था प्रावधान जिलाधिकारी पद पर रहते हुए सारे प्रावधानों की अनदेखी कर तत्कालीन जिलाधिकारी बी चन्द्रकला ने रमेश मिश्रा के साथ मिलकर जिले में जमकर अवैध खननकरवाया था जिसके बाद 2015 में मौरंग के अवैध खनन पर HC में एक जन हित याचिका दायर हुई थी। इसके बाद 16 अक्टूबर 2015 को HC ने सभी खनन पट्टे अवैध घोषित कर दिया था जिसके बाद भी अवैध खनन का यह काला कारोबार जरी रहा, 28 जुलाई 2016 HC ने सीबीआई को अवैध खनन की जाँच सौंपी थी जिसके बाद अपैल 2017 को हमीरपुर में सीबीआई की टीम ने अवैध खनन से जुड़े सभी खनन माफियो से पूछताछ की थी ।
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रमेश मिश्रा के बड़े भाई सुरेश चंद्र मिश्रा ,संजय दीक्षित ,राकेश दीक्षित ,राम अवतार राजपूत ,कारण सिंह ,अशोक सचान ,बबलू मिश्रा ,से सीबीआई ने हमीरपुर डाक बंगले में पूछताछ कर चुकी है। इसके बाद सीबीआई ने हमीरपुर जिले में 6 से 7 बार छापेमारी कर खनिज माफियाओ के बैंको ,घरो की तलाशी भी ली अब फिर उसी जाँच को आंगे बढ़ाते सीबीआई ने हमीरपुर में दस्तक दे दी है जिसके बाद खनन माफियाओ में हडकम्प मचा हुआ है।