जेडीयू नेता के घर शराब बरामदगी पड़ी भारी, भेजे गये जेल

जेडीयू

बिहार।बिहार में जेडीयू नेता इंद्रजीत सेन के घर में छापा मारना उत्पाद विभाग के निरीक्षक दिलीप कुमार के लिए महंगा साबित हुआ। इस मामले मे दिलीप कुमार को ही गिरफ्तार कर लिया गया। इतना ही नहीं उनके साथ पूर्व मुखिया सुबेंद्र प्रसाद को भी जेडीयू नेता को फंसाने के आरोप में जेल भेज दिया गया।

इस पूरे मामले की शुरूआत नालंदा में 30 अगस्‍त को इंद्रजीत सेन के घर से हुई थी, जब उत्पाद विभाग के निरीक्षक दिलीप कुमार ने कथित नेता के घर पर छापेमारी की ।इस दौरान जेडीयू नेता के घर से विदेशी शराब की 168 बोतलें बरामद हुई थी। शराब बरामदगी के बाद इंद्रजीत सेन को गिरफ्तार तो कर लिया गया था, लेकिन उन्हें जेल नहीं भेजा गया था। अपने नेता की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने नालंदा में उत्पाद विभाग के कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया था।

सरकार पर दबाव बनाने के लिए जेडीयू नेता के समर्थकों ने मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र हरनौत में भी सड़क जाम की थी, जिसके बाद प्रशासन ने पूरे मामले की जांच नालंदा के जिलाधिकारी को सौंपी थी। जिलाधिकारी ने अपनी जांच में जेडीयू नेता इंद्रजीत सेन को निर्दोष करार देते हुए निरीक्षक दिलीप कुमार और पूर्व मुखिया सुबेंद्र प्रसाद पर जेडीयू नेता को साजिश के तहत फंसाने का आरोप लगाया । रिपोर्ट के सामने आते ही निरीक्षक दिलीप कुमार और लोहरा पंचायत के पूर्व मुखिया सुबेंद्र प्रसाद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया ।

वहीं नालंदा के दौरे पर आए बीजेपी नेता एवं पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी इस मामले में सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इशारे पर जेडीयू नेता को बचाने की खातिर साजिशन  उत्पाद विभाग के निरीक्षक दिलीप कुमार को बलि का बकरा बनाया गया। पूर्व उप-मुख्यमंत्री ने इस पूरे मामले की जांच मुख्य सचिव या फिर डीजीपी स्तर के किसी अधिकारी से कराए जाने की मांग की।

 

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