6 मांगों को लेकर तीसरे दिन भी जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी

भोपाल के गांधी चिकित्सा महा विद्यालय में अपनी मांगों को लेकर जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी है। जूडा के अध्यक्ष डॉ. हरीश पाठक ने कहा, आंदोलन का तीसरा दिन है। सरकार ने मांगों को लेकर निर्णय नहीं लिया। 6 मई को लिखित आदेश निकालने को कहा था लेकिन कोई आदेश नहीं आया है।

बता दें कि मंगलवार को जूनियर डॉक्टरों ने कोरोना के साथ ब्लैक फंगस इलाज बंद कर दिया। इससे पहले जनरल ओपीडी और इमरजेंसी सेवाएं बंद कर दी थीं। जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल को मेडिकल टीचर्स का भी समर्थन मिला है। इस बीच हड़ताल के मद्देनजर गांधी मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने डॉक्टरों को नोटिस जारी कर एक्शन लेने की बात कही है।

जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि उन्होंने 25 दिन पहले 1 दिन की हड़ताल के दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और स्वास्थ विभाग के अधिकारियों से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान उन्हें आश्वासन दिया गया था कि उनकी चार मांगों को सरकार मान लेगी। इस आश्वासन के बावजूद भी सरकार की तरफ से उनकी मांगों को लेकर कोई भी लिखित में आदेश जारी नहीं किया गया है। 31 मई तक का अल्टीमेटम सरकार को जूनियर डॉक्टरों ने दिया था।

जूनियर डॉक्टरों की मांग है कि मानदेय में बढ़ोतरी कर इसे 55 हजार, 57 हजार, 59 हजार से बढ़ाकर क्रमश: 68200, 70680, और 73160 किया जाए। साथ ही मानदेय में हर साल छह फीसदी की बढ़ोतरी की जाए। कोविड ड्यूटी को एक साल की अनिवार्य ग्रामीण सेवा मानकर बॉन्‍ड से मुक्त किया जाए। वहीं, कोविड में काम करने वाले डॉक्टरों व उनके स्वजन के लिए अस्पताल में इलाज की अलग व्यवस्था हो। कोविड ड्यूटी में काम करने वाले डॉक्टरों को सरकारी नियुक्ति में 10 फीसदी अतिरिक्त अंक दिए जाएं।

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