580 सालों बाद पड़ रहा लंबा चंद्रग्रहण, इस दौरान भूलकर भी न करें यह कार्य

साल 2021 का आखिरी चंद्रग्रहण शुक्रवार 19 नवंबर को लगने जा रहा है। बात अगर हिंदू पंचांग की करें तो साल का यह अंतिम चंद्र ग्रहण कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा को लगेगा। यह आंशिक चंद्र ग्रहण होगा जो भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में दिखाई देगा। धार्मिक दृष्टि से इस चंद्रग्रहण का खास महत्व है। अगर जानकारों की मानें तो ऐसा 580 सालों के बाद होगा जब इतना लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण देखा जाएगा। इससे पहले 18 फरवरी 1440 को इतना लंबा चंद्रग्रहण देखा गया था।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सूतक काल से ही शुभ कार्यों पर विराम लग जाता है। हालांकि बहुत सारे लोग आंशिक व खंडग्रास ग्रहण चंद्र ग्रहण के दौरान भी ग्रहण से जुड़े नियमों का पालन करते हैं। फिलहाल आज हम आपको कुछ ऐसे कामों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें इस दौरान बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।

ग्रहण के दौरान भोजन पकाना या खाना-पीना वर्जित माना जाता है। इस दौरान पूजा पाठ भी नहीं की जाती। यहां तक की ग्रहण की अवधि में मंदिरों के पट तक बंद कर दिए जाते हैं। जानकार बताते हैं कि ग्रहण के दौरान सोना भी नहीं चाहिए। वहीं गर्भवती महिलाओं को तो ग्रहण के समय घर से बाहर निकलने पर भी प्रतिबंध रहता है।

ग्रहण के दौरान किसी भी तरह का सिलाई कार्य या काटने से संबंधित कार्य नहीं किया जाना चाहिए। ग्रहण की अवधि में सिर्फ भगवान के नाम और उनके मंत्रों का जप करना चाहिए। वहीं ग्रहण शुरु होते ही यदि पहले से बनी हुई खाने-पीने की कोई भी वस्तु रखी है तो उसमें तुलसी के पत्ते डाल देने चाहिए।

ग्रहण के बाद जरूर करें यह कार्य

कहा जाता है कि ग्रहण के तुरंत बाद घर की साफ-सफाई करनी चाहिए। संभव हो तो पूरे घर में गंगा जल छिड़क कर स्नान करें। वहीं ग्रहण के बाद दान-पुण्य करना भी अच्छा माना जाता है।

LIVE TV