तिहाड़ जेल भारत का सबसे बड़ा जेल है। इस जेल में लगे जैमर 4G सिग्नल को रोक पाने में नाकाम हैं। पिछले सप्ताह तिहाड़ जेल नम्बर 8 से आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के तहसीन अख्तर के पास से दो फोन मिले थे। जिसमें एक फोन से कथित तौर पर एक संदेश भेजा गया था। जिसमें मुकेश अंबानी के घर के पास बम वीस्फोर्ट करने का जिम्मेंदारी लिया गया था।

केंद्रिय खुफिया एजेंसियों को टेलीग्राम ऐप से सभी जानकारी मिली थी। जानकारी के मुताबिक खुद को जैश-उल-हिंद कहने वाले एक आतंकी समूह ने अंबानी के घर के बाहर बम से लदी कार लगाने की जिम्मेदारी ली थी। इस टेलीग्राम समूह को दिल्ली की तिहाड़ जेल के अंदर बनाया गया था।
प्रशासन को सुचना मिलने के बाद गुरूवार को देर रात तिहाड़ जेल नंम्बर 8 मे छापा मारा और दो फोन की गिरफ्तारी की। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि अख्तर ने 26 फरवरी को टेलीग्राम पर जैश-उल-हिंद का समूह बनाया और महिंद्रा स्कॉर्पियो कार में विस्फोटकों से लदी एक विस्फोटक को रखने की जिम्मेदारी ली थी।
कई जेल के अधिकारीयों का कहना है की जेल में 100 से 120 सेल फोन जैमरों की जरूरत है। तभी जेल के अंदर 4 G सिग्नल को ब्लॉक कर सकेगा। इस समय जेल में 45 से भी कम जैमर लगे हुए हैं। ये सभी जैमर केवल 3 G सिग्नल को ही ब्लॉक कर सकते हैं। एक जेल अधिकारी का कहना है कि इस चीज का फायदा उठाते हुए कैदियों ने 4 जी इंटरनेट का प्रयोग किया।