मौलवी ने रची थी स्क्रैप व्यापारी के बच्चे के अपहरण की साजिश
मेरठ : लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र से फिरौती के लिए अगवा किए गए स्क्रैप व्यापारी के दस साल के पुत्र को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया। 50 लाख की फिरौती के लिए बच्चे का अपहरण हुआ था।
पुलिस ने 17 घंटे बाद किठौर के एक मदरसे से व्यापारी के पुत्र को छुड़ा लिया। पुलिस ने मुख्य अपहर्ता को गिरफ्तार कर लिया है, पुलिस उससे पूछताछ में जुटी है। वह एक मदरसे में मौलवी बताया गया है।
पुलिस के अनुसार, जाकिर काॠलोनी गली नंबर-छह निवासी अबूजर (10) पुत्र अब्दुल आहद सोमवार शाम करीब पांच बजे नमाज के लिए जीनत मस्जिद में गया था। वहां से वह संदिग्ध हालात में लापता हो गया।
परिजनों ने देर शाम थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। परिजनों के पास देर रात एक काॠल आई, जिसमें 50 लाख रुपये की फिरौती न देने पर बच्चे के कत्ल की धमकी दी गई।
मंगलवार सुबह करीब 10 बजे अबूजर की मां शायरा के मोबाइल पर फोन आया और अबूज़र के किठौर के एक मदरसे में होने की सूचना दी गई। किठौर और लिसाड़ी गेट पुलिस ने किठौर पहुंचकर अबूजर को सकुशल बरामद कर लिया।
पुलिस ने अपहरण के आरोपी शाकिर निवासी ललियाना को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी शाकिर ललियाना के ही एक मदरसे में मौलवी है। अबूजर जाकिर काॠलोनी के एक स्कूल में कक्षा दो का छात्र है। उसके पिता अब्दुल आहद पटना में स्क्रैप का कारोबार करते हैं।
अबूजर को किठौर क्षेत्र में अनूपशहर मध्य गंगनहर में फेंकने की तैयारी थी। अपहर्ता उसे मदरसे से निकालकर श्यामपुर मार्ग की तरफ पैदल ले जा रहा था, तभी पुलिस ने अपहर्ता को गिरफ्तार कर बच्चे को बरामद कर लिया। शाकिर के मुताबिक, उसने रात में कई बार फिरौती के लिए फोन किया, मगर परिजनों की तरफ से एक बार भी रिस्पांस नहीं मिला। इस पर उसने बच्चे को मारने का फैसला कर लिया।