16 करोड़ साल पहले के डायनासोर के जीवाश्म हुए खाक
एजेंसी/ नई दिल्लीः सोलह करोड़ साल पुराने डायनासोर के जीवाश्म अब आप लोग नहीं देख पाएगें। क्योंकि नेशनल म्यूजियम आॅफ नेचुरल हिस्ट्री में आग लगने से संग्रहालय में रखीं प्राकृतिक विज्ञान से संबंधित वस्तुएं व ऐतिहासिक दस्तावेज खाक हो गए हैं। हालांकि जो डायनासोर के जिवाश्म थे वे पूरी तरह से जलकर खाक हो गए हैं।
संग्राहलय के प्रथम तल पर प्राकृतिक इतिहास की पूरी झांकी तैयार की गई थी। पोट्र्रेट के जरिए वनस्पति, खनिज और पशु-पक्षियों के साथ ही जीवन की उत्पत्ति को दर्शाया गया था। वर्तमान परिवेश में मानव जीवन की शैली को दस्तावेज और शोध पत्रों के जरिए दिखाया गया। इस तल पर 1980 से पहले मृत जानवरों की खाल से बनाए गए जानवरों के नमूनों को संरक्षित किया गया था। इसमें सोरापाॅड डायनासोर, हाथी, गैंडा, देश की विभिन्न प्रकार के पक्षी, शेर के स्ट्रक्चर को प्राकृतिक रूप में संरक्षित किया गया था। इसी तल पर जलीय जंतुओं और पक्षियों के जीवन को दर्शाया गया था।
वर्तमान में पर्यावरण की समस्याएं के साथ ही नैतिक, आर्थिक एवं वैज्ञानिक तरीके से संरक्षित करने के सबंध में दस्तावेजों को प्रदर्शित किया गया था। और तीसरे तल में घडि़याल को लेकर चलाई जा रही योजना के अलावा कई योजनाओं के नवीन डाटा भी थे। वन्यजीव मानव जीवन के लिए क्यों जरूरी हैं, इससे जुड़ी जानकारीयों के साथ कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी थे।