इन 10 सीटों पर टिकी हैं सबकी नजरें, पढ़ें- दांव पर लगी दिग्गजों की साख
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के नतीजे प्रदेश की राजनीति के कई महारथियों का भविष्य तय करने वाले हैं. 199 विधानसभा सीटों में से 10 ऐसी हॉट सीटें हैं जहां बड़े नेताओं की साख दांव पर लगी है. इनमें मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और मानवेंद्र सिंह के मुकाबले वाली झालरापाटन सीट और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट और बीजेपी सरकार में नंबर दो मंत्री यूनुस खान के मुकाबले वाली टोंक सीट भी शामिल है. इसी तरह कांग्रेस के डॉ. सीपी जोशी, गिरिजा व्यास, विश्वेंद्र सिंह, प्रमोद जैन भाया और बीजेपी के गुलाबंचद कटारिया, राजेंद्र राठौड़ आदि नेताओं की साख दांव पर लगने से कई सीटों से मुकाबला दिलचस्प हो गया है और अब सबकी नजरें नतीजों पर टिकी हुई हैं… अगली स्लाइड्स में पढ़ें- टॉप-10 हॉट सीट…
झालरापाटन सीट: वसुंधरा राजे- यहां से तीन बार विधायक रह चुकी हैं. चौथी बार साख दांव पर है. मानवेंद्र सिंह- बाड़मेर-जैसलमेर से एक बार सांसद, शिव सीट से विधायक है और इसबार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.
चूरू सीट: बीजेपी से पंचायत राज मंत्री राजेन्द्र राठौड़ और कांग्रेस से रफीक मण्डेलिया यहां से चुनाव लड़ रहे हैं. राजेंद्र राठौड़ का चूरू जिले से छह बार चुनाव जीत चुके हैं. इसबार साख दांव पर है.
उदयपुर: कांग्रेस का बड़ा चेहरा गिरिजा व्यास के रूप में बीजेपी के गुलाब चंद कटारिया के सामने बड़ी चुनौती है. कटारिया यहां गिरजा से एक बार विधानसभा और एक बार लोकसभा का चुनाव हार चुके हैं.
नाथद्वारा: चार बार विधायक रहे सीपी जोशी यहां से 2008 में 1 वोट से हार गए थे. इसबार उनके सामने महेश प्रताप सिंह हैं. महेश 11 साल बाद भाजपा में लौटे हैं और वे बीजेपी सरकार में मंत्री रहे शिवदान सिंह के भतीजे हैं. शिवदान ने 1990 में जोशी को हरा दिया था.
सांगानेर सीट: बीजेपी से अलग हो कर भारत वाहिनी पार्टी बनाने वाले घनश्याम तिवाड़ी सांगानेर से लड़ रहे हैं. उनके सामने बीजेपी के अशोक लाहोटी और कांग्रेस पुष्पेंद्र भारद्वाज मैदान में हैं. 2013 के चुनाव में घनश्याम तिवाड़ी ने कांग्रेस के संजय बापना को 65350 वोटों से हराया था लेकिन इसबार यहां त्रिकोणीय मुकाबला है.
क: यहां कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट और बीजेपी सरकार में नंबर दो मंत्री यूनुस खान की साख दांव पर है. पिछले चुनाव में कांग्रेस की जाकिया जमानत भी नहीं बचा सकी थी.
डीग सीट: यहां से कांग्रेस के विश्वेंद्र सिंह और बीजेपी से डॉ. शैलेष सिंह मैदान में हैं. पिछला चुनाव विश्वेंद्र सिंह ने शैलेंद्र के पिता स्व. दिगंबर सिंह को 11 हजार से अधिक मतों से शिकस्त दी थी.
सपोटरा: यहां डॉ. किरोड़ी लाल मीणा की पत्नी गोलमा देवी बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. गोलमा पूर्व में कांग्रेस सरकार में मंत्री रही थी. इसबार उनके सामने कांग्रेस से रमेश मीणा है और किरोड़ी के धुर विरोधी हैं.
सरदारपुरा: यहां से राजस्थान में दो बार मुख्यमंत्री रहे अशोक गहलोत पांचवीं बार चुनाव लड़ रहे हैं. उनके सामने बीजेपी के शंभू सिंह खेतासर हैं जिन्होंने पिछले चुनाव में 59 हजार से अधिक वोट हासिल किए थे.
अंता विधानसभा क्षेत्र: भारतीय जनता पार्टी ने प्रभुलाल सैनी और कांग्रेस ने प्रमोद जैन भाया को चुनाव मैदान में उतारा है. 2013 के चुनाव में बीजेपी के प्रभु लाल सैनी ने कांग्रेस के प्रमोद भाया को 3399 वोटों के अंतर से हराया था. दोनों पूर्व में मंत्री रहे हैं. दोनों की साख दांव पर है.