10 दिन में पूरी होगी अयोध्या मामले की सुनवाई, 50 दिन में आएगा बड़ा फैसला

अयोध्या मामले  की सुनवाई का कल 32वां दिन था. गुरुवार को सुनवाई शुरू होते ही चीफ जस्टिस रंजन गोगोई  ने साफ कर किया कि इस मामले में जिरह पूरा करने की पहले से तय समयसीमा को 18 अक्टूबर से एक दिन भी ज्यादा नहीं बढ़ाया जा सकता. पक्षकारों को तब तक अपनी जिरह पूरी करनी ही होगी.

अयोध्या मामले की सुनवाई

चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि अगर 18 अक्टूबर तक जिरह पूरी हो जाती है तो बचे 4 हफ्ते के अंदर फैसले को लिखना एक चमत्कार जैसा ही होगा. चीफ जस्टिस 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं. उस दिन रविवार है. शनिवार, रविवार को सामान्यतय कोर्ट की सुनवाई नहीं होती है. इस लिहाज से 15 नवंबर तक फैसला आने की पूरी उम्मीद है. यानी फैसले के लिए अब करीब 50 दिन का ही इतंजार करना होगा.

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मुस्लिम पक्ष 27 सितंबर तक सुनवाई पूरी कर लेगा. उसका जवाब हिन्दू पक्ष को देना है. इसके बाद राजीव धवन सुन्नी वक्फ बोर्ड की दायर केस पर जिरह के लिए दो दिन का वक्त और लेंगे. फिर से हिन्दू पक्षकार उसका जवाब देंगे, लेकिन ये सब 18 अक्टूबर से पहले खत्म हो जाएगा.

वैसे 18 अक्टूबर से पहले सुप्रीम कोर्ट में गांधी जयंती और दशहरा की भी छुट्टी होनी है. ऐसे में बहस के लिए अब महज 10 दिन का समय ही बचा है. शुक्रवार को भी मीनाक्षी अरोड़ा की दलील जारी रहेगी.

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