होली के त्योहार पर घर में बनाएं प्राकृतिक रंग, प्राकृतिक रंग बनाने के आसान तरीके
*नैन्सी शर्मा
होली का त्योहार यानि रांगों का त्योहार, खुशियां बांटने और रिश्तों में हंसी-ठिठोली की मिठास घोलने के लिए एक-दूसरे को रंग लगाने का मजा शायद ही किसी और अवसर पर मिलता है। बाजार में बिकने वाले रंगों के केमिकल से कई बार त्वचा के लिए इतने हानिकारक हो जाती हैं कि रंगों की दमक पर ऐलर्जी, रैशेज जैसी समस्या हावी हो जाती हैं। ऐसे में क्यों ना इस बार होली पर रंग खेलने के लिए प्राकृतिक रंगों का उपयोग करें, जिससे रंगों का त्योहार सचमुच खुशियों का त्योहार बना रहे।
जानिए घर पर प्राकृतिक रंग बनाने के आसान तरीके
हरे रंग के लिए
हरे रंग के लिए मेहंदी का इस्तेमाल करें , मेहंदी को आटे के साथ मिलाकर आप सूखा हरा रंग तैयार कर सकते हैं। ध्यान रहे आपकी मेहंदी में आंवला न मिला हो। अगर आपको पक्के रंग की होली खेलना ज्यादा पसंद है तो आप इस मिश्रण को बेझिझक पानी में घोलें। बालों में यह रंग डालते वक्त भी आपको इसके रिएक्शन का पछतावा नहीं होगा।
पीले रंग के लिए
हल्दी और बेसन को मिलाकर आप पीला रंग तैयार कर सकते हैं, इसके लिए आप जितनी हल्दी लें, उससे दो गुना मात्रा में बेसन मीलाएँ। आमतौर पर इसे बतौर उबटन भी घरों में इस्तेमाल करते हैं। यानि इस पीले रंग से त्वचा और भी निखार जाएगी, आप चाहें तो हल्दी को बेसन की जगह मुल्तानी मिट्टी या टेल्कम
पाउडर में भी मिल सकते हैं।
गीले रंग के लिए आप एक बड़े चम्मच हल्दी को दो लीटर पानी में मिलाकर उबाल लें, इस घोल को थोड़ा गाढ़ा कर लेने पर यह बिल्कुल पक्का रंग बन जाएगा। चाहें तो गेंदे या अमलताश के फूल को पानी में उबालकर रात भर छोड़ दें और सुबह उससे होली खेलें।
लाल रंग के लिए
लाल रंग के लिए लाल चंदन पाउडर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, लाल गुलाल की जगह आप चाहें तो लाल चंदन पाउडर में गुड़हल के फूल को सुखाकर या पीसकर मिलाएँ | इससे गुलाल और भी लाल खुशबूदार हो जाएगा।
गीला रंग बनाने के लिए लाल चंदन पाउडर दो चम्मच को एक लीटर पानी में मिलाएँ और खौला दें। इसमें अपनी जरूरत के अनुसार पानी मिलकार इससे होली खेलें।
गाढ़े नारंगी लाल रंग के लिए
एक चुटकी कत्था और दो चम्मच हल्दी पाउडर में कुछ बूंद पानी मिलाकर पेस्ट बनाएँ और 10 लीटर पानी में घोलकर पतला कर लें।
गुलाबी रंग के लिए
चुकंदर को गुलाबी रंग बनाने में इस्तेमाल कर सकते हैं। एक चुकंदर को काटकर या पीसकर एक लीटर पानी में रात भर भिगोएँ और सुबह इस घोल को अच्छे से उबालकर गाढ़ा कर लें। उसमें जरूरत अनुसार पानी मिलाकर इससे होली खेल सकते हैं कचनार के फूल को भी रात भर पानी में भिगोने से प्राकृतिक गुलाबी रंग तैयार किया जा सकता है।
नीले रंग के लिए
नीले रंग के लिए नील के पौधों पर निकलने वाली फलियों को पीस कर और उसे पानी में उबालकर मिला लें। इसी तरह आप गुड़हल के फूलों को सुखाकर पीसने से भी आप नीला रंग तैयार कर सकते हैं।