हापुड़ में लोगों को सताने लगा NRC का भय, जन्म प्रमाण पत्र बनवाने पहुँच रहे सैकड़ों लोग

REPORT-DARPAN SHARMA/HAPUR

देश में नागरिकता संशोधन कानून लागू होने के बाद एक तरफ जहां इसके खिलाफ विशेष समुदाय के लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटीजनशिप (NRC) को लेकर भी लोगों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है

यही वजह है कि जनपद हापुड़ में लोग जन्‍मप्रमाण पत्र बनवाने के लिए 50 साल पहले जन्मे लोग भी पहुंच रहे है और जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर रहे थे पिछले एक सप्ताह के दौरान अचानक जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए लोगो की संख्या नगरपालिका दफ्तर तक पहुंच गयी है और अब तक सेकड़ो जन्म प्रमाण पत्र के आवेदन दफ्तर में पहुंच चुके है

जन्म प्रमाण पत्र

जन्म प्रमाण पत्र बनवाने पहुँच रहे सैकड़ों लोग-

हापुड़ नगर पालिका के अधिकारी जेके आनंद का कहना है कि पिछले एक सप्‍ताह में जन्‍म प्रमाण पत्र बनवाने वाले लोगों की संख्‍या तेजी से बढ़ी है. लोग सन 1948-1952 तक के जन्‍म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदन कर रहे हैं. लेकिन इतने पुराने जन्‍म प्रमाण पत्र जारी करने के लिए उनको साक्ष्‍य नहीं मिल पा रहे हैं, जिसके चलते प्रमाण पत्र जारी करने में दिक्‍कतें हो रही है. आवेदनों की जांच के उपरांत ही जन्‍म प्रमाण पत्र जारी किए जायेंगे.

हापुड़ नगर पालिका में जन्‍म प्रमाण पत्र जारी करने वाले काउंटर पर जहां एक सप्‍ताह पहले इक्‍का-दुक्‍का ही लोग पहुंचते थे, वहीं अब काउंटर पर सुबह से शाम तक लोगों की भीड़ लगी रहती है. सोमवार तक 500 से ज्यादा लोगों ने 1 सप्ताह में आवेदन किया है. पहले यह आंकड़ा एक सप्ताह में 5 या 6 लोगों का होता था.

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हापुड़ नगरपालिका में लोग सन 1948 तक के जन्‍म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदन कर रहे हैं. यानी देश जिस समय आजाद होने का जश्‍न मना रहा था उस दौर में जन्‍म लेने वाले लोग भी बर्थ सर्टिफिकेट बनवाने के लिए आवेदन कर रहे हैं. लेकिन इतने पुराने जन्‍म प्रमाण पत्र जारी करने में सर्दी में भी अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं. जो लोग आवेदन कर रहे है उनके साक्ष्‍य नगरपालिका अधिकारियों को नहीं मिल पा रहे हैं. जिसके चलते इतने पुराने जन्‍म प्रमाण पत्र जारी करने से पहले पालिका के अधिकारी आवेदनों की पूरी तरह से जांच करने में जुटे हैं.

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