हनुमान मंदिर और अयोध्या की शरण छोड़ काशी जाएंगे योगी!

लोकसभा चुनाव में बिगड़े बोल के चलते चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बसपा अध्यक्ष मायावती सहित कई नेताओं की जुबान पर बंदिश लगा दी है.

चुनाव आयोग ने मायावती पर 48 घंटे और सीएम योगी को 72 घंटे तक चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा रखी है. सीएम योगी की जुबान जिसके चलते बंद कराई गई है, उसे ही उन्होंने अपना हथियार बना लिया है.

चुनाव आयोग के तीन दिनों के बैन को योगी आदित्यनाथ ने बेहतर ढंग से इस्तेमाल करने की रणनीति बनाई है. योगी ने ऐसा जुगाड़ तलाश लिया है कि जिससे वो राजनीतिक संदेश भी दे रहे हैं और चुनाव आयोग कुछ कर भी नहीं पा रहा.

अली-बजरंग बली वाले भाषण को लेकर चुनाव आयोग ने योगी के चुनाव प्रचार पर रोक लगाई थी. इसीलिए योगी हनुमान भक्ति में रंगे हुए नजर आ रहे हैं.

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चुनाव आयोग के रोक के पहले दिन ही मंगलवार को योगी लखनऊ के हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ किया. इसके बाद बैन के दूसरे दिन योगी बुधवार को अयोध्या के हनुमानगढ़ी में दर्शन करने पहुंच गए.

इतना ही नहीं, बैन के तीसरे दिन उन्होंने बनारस में काशी विश्वनाथ मंदिर और संकटमोचन के दर्शन करने की रणनीति बनाई है.

बता दें कि प्रतिबंध की वजह से योगी ना तो रैली कर सकते हैं, ना राजनीतिक बैठक और ना चुनाव से जुड़ी कोई बयानबाजी कर सकते हैं. चुनाव आयोग ने उन्हें सोशल मीडिया के इस्तेमाल से भी रोक रखा है.

इसी के चलते योगी ने ऐसा तरीका तलाशा है, जिस पर अगर चुनाव आयोग रोक लगाती है तो बीजेपी को और भी राजनीतिक फायदा मिल सकता है.

चुनाव आयोग की पाबंदी के बाद योगी पूरी तरह बजरंग बली की शरण में नजर आ रहे हैं. लखनऊ और अयोध्या के बाद योगी गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट वाराणसी पहुंच रहे हैं.

योगी बनारस में काशी विश्वनाथ के दर्शन करने के बाद संकटमोचन मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे. इसके अलावा योगी बनारस में डोम राजा के द्वार भी जाएंगे.

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