
Reporter – Ashish singh
लखनऊ- पिछले कुछ दिनों से राजधानी लखनऊ में एक के बाद एक कई स्कूली वाहन दुर्घटना का शिकार हुए हैं। इससे स्कूली वाहनों से आने-जाने वाले बच्चों की सुरक्षा को लेकर तमाम तरह के सवाल उठने लगे। आखिर इन कैसे इन दुर्घटनाओं को रोका जाए और बच्चों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाया जाए। अब पूरे मामले पर स्पीड गवर्नर लगाने की अनिवार्यता तय की गई। जिससे वाहनों की रफ्तार को कम किया जा सके।
बच्चों की सुरक्षा को लेकर परिवहन विभाग ने कठोर कदम उठाया तो आनन फानन में स्कूली वाहनों पर स्पीड गवर्नर लगने शुरू हो गए। विभागीय सक्रियता को लेकर जब रिएलिटी चेक किया गया तो मामला सही मिला।
स्कूली वाहनों की स्थिति भले ही ठीक न रही हो लेकिन इन पर स्पीड गवर्नर लगा हुआ था! उत्तर प्रदेश परिवहन के आयुक्त धीरज साहू ने बताया कि स्कूल वाहनों में सौ प्रतिशत स्पीड गवर्नर लगाया जाएगा। इसके लिए जिला स्तर पर एक टीम भी बनाई गई है।
वाहनों में लगने वाले स्पीड गवर्नर से वाहनों की गति को नियंत्रित करने में आसानी होती है। इसके लगे होने से वाहन चालक एक निश्चित गति से ऊपर वाहन नहीं चला सकता। स्पीड गवर्नर वाहन के इंजन के साथ लगता है।
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यदि चालक तय सीमा से अधिक वाहन दौड़ाता है तो इंजन को ईंधन आपूर्ति अपने आप बन्द हो जाती है। इस तरह वाहन स्वतः बन्द हो जाता है और दुर्घटना को रोकने में सहायता मिलती है।