फर्जी खबरों का करें सत्यापन, गूगल ने लॉंच किया फीचर

सोशल साइट्सनई दिल्ली। हमारी सहूलियतों के लिए लाए गए सोशल साइट्स पर आज फर्जी खबरों की भरमार है। जिसे लोग उसकी विश्वसनीयता जाचें बगैर उनपर भरोसा कर शेयर करते हैं। भले ही उन खबरों का हकीकत से कोई लेना देना हो या नहीं। इस आधार पर लोग खुद तो भ्रमित होते ही हैं साथ ही दूसरों को भी गलत जानकारी देते हैं। लेकिन अब आप फर्जी ख़बरों की जाँच कर सकते हैं। ऐसी ख़बरों पर खुद गूगल ही लगाम लगाएगा। गूगल न्यूज आपको बताएगा कि खबर सही है या नहीं।

Google News पर अब फैक्ट चेक का ऑप्शन मिलेगा। इसके लिए न्यूज सर्च रिजल्ट पर फैक्ट चेक का लेबल दिखेगा। इस फीचर को लाने का मकसद ये है कि न्यूज में किए गए दावे झूठे हैं या सच्चे यह लोगों को पता चल सके। हालांकि शुरुआत में तो इसे अमेरिका और ब्रिटेन के लिए ही दिया गया था, लेकिन अब इसे दुनिया भर के लिए शुरू कर दिया गया है।

फैक्ट चेकिंग के लिए गूगल Polifact और Snopes के साथ काम कर रहा है। इसके अलावा कंपनी न्यूज पब्लिशर्स से भी सभी आर्टिकल के फैक्ट चेक करने को कह रही है। हालांकि इससे गूगल न्यूज में स्टोरी रैंकिंग में कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

चूंकि फैक्ट चेकिंग गूगल की तरफ से नहीं, बल्कि थर्ड पार्टी फैक्ट चेक करने वाली संस्था द्वारा किया जा रहा है। इसलिए न्यूज में फैक्ट सही हैं या नहीं इससे उसकी रैंकिंग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि रैंकिंग के आधार SEO होता है।

गूगल ने अपने आधिकारिक ब्लॉग में कहा है कि फिलहाल फैक्ट चेक फीचर सभी सर्च रिजल्ट्स में नहीं मिलेंगे। कंपनी के मुताबिक ऐसा भी हो सकता है कि एक ही दावे को अलग अलग पब्लिशर्स ने चेक किया हो और अगल निषकर्स पर पहुंचे हों। लेकिन इसके बावजूद भी ये फैक्ट चेक फीचर यूजर्स के लिए कई मायनों में फायदेमंद होगा। कंपनी के मुताबिक अब लोगों को फैक्ट चेक ऑप्शन दिखेगा जिससे उन्हें सही जानकारी पढ़ने में आसानी होगी.

फैक्ट चेक फीचर के लिए न्यूज पब्लिशर्स को Schema.org क्लेम रिव्यू मार्कअप यूज करना होगा। इसके अलावा अगर पब्लिशर्स चाहें तो Duke University के रीसर्चर्स द्वारा तैयार किए गए विजेट यूज कर सकते हैं। इसके लिए सिर्फ वो पब्लिशर्स ही योग्य होंगे जो ऑथेंटिक सोर्स से अपनी खबरें देतें हैं।

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