सीएम का आदेश बेअसर, नहीं दूर हुई पानी की लत

सीएमदेहरादून। उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लोगों की पेयजल समस्या को दूर करने के लिए हैंडपंपों को मोटर से जोड़ने की घोषणा की। इस घोषणा के बाद से लोगों की उम्मीद जगी कि शायद अब उनकी परेशानियां दूर हो जाये।

सीएम के इस आदेश के बाद भी उस काम में कोई तेजी नहीं आयी। आपको बता दें कि काम में तेजी आने के जगह सभी काम-काज ठप हो गये है।

वजह यह है कि पहले यह काम जुगाड़ कर असुरक्षित ढंग से किया जा रहा था और सीएम के संज्ञान लेने के बाद अब अधिकारी कोई रिस्क नहीं लेना चाहते।

देहरादून जिले के 3000 में से 1500 हैंडपंपों को मोटर से जोड़ा जाना है। कुछ जगह यह प्रयोग किया भी जा चुका है।

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जल संस्थान की ओर से शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के करीब 100 हैंडपंपों में मोटर कनेक्ट की जा चुकी है। लेकिन यह काम बेहद असुरक्षित ढंग से किया जा रहा था। न तो मोटर को सही से ढकने के लिए पैनल की ही सही व्यवस्था की गई और न ही हैंडपंप तक तार बिछाने के लिए कोई पुख्ता जरिया अपनाया गया।

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