
हिन्दू धर्म का पवित्र पर्व सावन का महिना चल रहा हैं. इसमें सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण सावन का सोमवार होता है .वहीं माना जाता हैं की इस दिन शिव जी की आराधना सच्चे मन से करने पर भक्त की मनोकामना पूर्ण होती है.बतादें की सावन के दूसरे सोमवार के अवसर पर देश के कई प्रसिद्ध शिव मंदिरों में सुबह से ही भक्तों का लम्बी भीड़ लगी हुई है.जहां दर्शन के लिए भक्त दूर-दूर से मंदिर भगवान शिव के दर्शन के आते है .
बतादें की इस स्वान के सोमवार के दिन उज्जैन स्थित भूतभावन बाबा महाकाल की आज दूसरी शाही सवारी बड़ी संख्या दूर-दूर से आएंगे भक्तनिकली जाएगी. वहीं यह सवारी शाम 4 बजे महाकाल मंदिर से अवंतिकानाथ का नगर भ्रमण से शुरू होगी.वहीं राजाधिराज बाबा महाकाल चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर और हाथी पर मनमहेश रूप में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकलेंगे।
कह्ब्रो के मुताबिक उज्जैन में भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने भी सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए हैं। वहीं शिप्रा नदी में जल की पर्याप्त व्यवस्था के लिए अधिकारियों ने वैठक की। 22 जुलाई को निकली महाकाल की पहली शाही सवारी में प्रशासनिक इंतजाम के बावजूद भगवान महाकाल की पालकी 1 घंटा देरी से मंदिर पहुंची थी। जहां इस बार ऐसा न हो इसके लिए प्रशासन पहले से ज्यादा मुस्तैद है।
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देखा जाये तो बाबा महाकाल की सवारी में शामिल होने वाले हाथी श्यामू की तबीयत अब ठीक है। कुछ दिनों पहले एक स्थानीय पार्षद ने शिकायत की थी कि वह उन्मादी हो रहा है। जिस पर वन विभाग और पशु विभाग के डॉक्टरों से श्यामू की सेहत की जांच करवाई। इस बारे में अधिकारियों का कहना हैं की श्यामू का स्वास्थ्य ठीक है और उसके सवारी में शामिल होने में कोई दिक्कत नहीं है।
दरअसल इस साल पांच अगस्त को नागपंचमी का त्योहार मनाया जाएगा। जिसके लिए प्रशासन ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। मंदिर के शीर्ष पर स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए उमड़ने वाली भीड़ को संभालने के लिए विशेष दर्शन प्लान तैयार हो रहा है। महाकाल की तीसरी शाही सवारी भी इसी दिन निकलेगी।
वहीं महाकाल मंदिर में नागपंचमी पर भगवान नागचंद्रेश्वर व महाकालेश्वर के दर्शन के लिए अलग-अलग कतार लगती आई है। जहाँ इस बार सोमवार के दिन नागपंचमी आने से ऐसा दर्शन प्लान तैयार किया जाए, जिससे परिसर में बैरिकेड नहीं लगाना पड़े। अफसर जिस प्लान पर मंथन कर रहे हैं, उसके अनुसार दर्शनार्थियों की एक ही कतार रहेगी।