सलीम खान ने आईएफएफआई के अवार्ड को जन्मभूमि इंदौर को किया समर्पित

मुंबई| भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में विशेष पुरस्कार से नवाजे गए बॉलीवुड के लोकप्रिय पटकथा लेखक सलीम खान ने इस पुरस्कार को अपनी जन्मभूमि इंदौर, मुंबई और फिल्म उद्योग को समर्पित किया है, जिसने उन्हें सबकुछ दिया है। सलीम को 49वें आईएफएफआई के समापन समारोह में सिनेमा में आजीवन योगदान देने के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

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दिग्गज लेखक ने बुधवार को ट्विटर पर लिखा, “भारतीय सिनेमा में आजीवन योगदान देने वाले भारतीय व्यक्तित्व के तौर पर मुझे सम्मानित करने के लिए आईएफएफआई और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार का धन्यवाद।”

उन्होंने लिखा, “मैं इस पुरस्कार को इंदौर, मेरी जन्मभूमि और मुंबई और फिल्म उद्योग को समर्पित करता हूं, जिसने मुझे सबकुछ दिया।”

सुपरस्टार सलमान खान के पिता सलीम ने दिग्गज गीतकार जावेद अख्तर का भी आभार जताया।

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उन्होंने कहा, “मैं श्रीमान जावेद अख्तर का भी आभार जताना चाहूंगा जिनके योगदान के बिना यह संभव नहीं हो पाता।”

सलीम-जावेद की जोड़ी ने 1971 से लेकर 1987 के बीच 24 फिल्मों पर काम किया, जिनमें से 20 फिल्में व्यावसायिक रूप से सफल रहीं। दोनों ने 22 बॉलीवुड और दो कन्नड़ फिल्मों पर साथ में काम किया।

उनकी फिल्मों में ‘शोले’, ‘सीता और गीता’, ‘जंजीर’, ‘दीवार’ और ‘क्रांति’ आदि शामिल हैं।

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