
रिपोर्ट- नीरज श्रीवास्तव
लखनऊः एसएसपी कलानिधि नैथानी के मुताबिक सोमवार शाम करीब 4 बजे बंथरा थाना प्रभारी रमेश सिंह रावत को मुखबिर से सूचना मिली कि इलाके के जहानाबाद रोड पर आरा मशीन के पास मौजूद अली हुसैन उर्फ लाला मियां के निर्माणाधीन मकान में हिमाचल प्रदेश के संगरूर जिले से लाई गई भारी मात्रा में अवैध देसी शराब के साथ ही उसके तस्कर भी मौजूद हैं। सूचना पाकर सर्विलांस टीम के साथ पहुंची बंथरा पुलिस ने शाम करीब 4:30 बजे निर्माणाधीन मकान की घेराबंदी कर ली, लेकिन मौका पाते ही वहां से 4 लोग भागने में सफल रहे। जबकि पुलिस ने 1 महिला सहित तीन लोगों को मौके से धर दबोचा।
एसएसपी ने बताया कि बाद में जब पुलिस ने निर्माणाधीन मकान की तलाशी ली तो उसके अंदर हिमाचल प्रदेश निर्मित एक लाख 800 पव्वा भरी देसी शराब की 21 सौ पेटियां बरामद हुई। पुलिस के मुताबिक बरामद शराब की कीमत 75 लाख 60 हजार रुपए है। पुलिस ने गिरफ्तार तीनों से पूछताछ की तो उन्होंने उन्नाव जिले के सोहरामऊ थानांतर्गत मकदूमपुर दरेहटा निवासी रमेश चंद्र, बंथरा के सिकंदरपुर निवासी अली हुसैन उर्फ लाला की पत्नी अफसर जहां और यहीं के निवासी शान मोहम्मद पुत्र अली हुसैन बताया।
पुलिस पूछताछ में तीनों ने फरार साथियों के नाम अनिल वर्मा, सुनील वर्मा, अली मोहम्मद पुत्र अली हुसैन व अली हुसैन उर्फ लाला मियां बताया है। पूछताछ में शान मोहम्मद उर्फ अली हुसैन ने बताया कि उसके पिता की दोस्ती कृष्णा नगर निवासी अनिल वर्मा से हो गई थी। जिसके बाद अनिल वर्मा साझेदारी में अवैध शराब का काम करने लगा। इस समय अनिल का नया मकान बंथरा कस्बे से दूर आरा मशीन के पास बनने लगा। तब यह लोग हिमाचल प्रदेश के संगरूर जिले से वहां की निर्मित देसी शराब तस्करी कर यहां लाना शुरू कर दिए और इस निर्माणाधीन मकान में रखने लगे। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि इस गिरोह का मुख्य सरगना अनिल वर्मा है। कृष्णा नगर के संजय गांधी मार्ग, आजाद नगर निवासी अनिल वर्मा शराब तस्कर होने के साथ ही उसके ऊपर कई अपराधी मुकदमे हैं और वह सरोजनीनगर थाने से गैंगस्टर एक्ट में जेल भी जा चुका है।
इसके अलावा बीते सितंबर माह में भी वह सरोजनीनगर थाने से शराब तस्करी के मामले में जेल गया था। जिसके बाद जमानत पर लौटने पर फिर से शराब तस्करी में लिप्त हो गया। बाद में अली हुसैन उर्फ लाला मियां के साथ मिलकर दूसरे प्रांत से शराब लाने लगा और इस शराब को अली हुसैन के बंथरा स्थित निर्माणाधीन मकान में छिपाकर रखना शुरू कर दिया। पुलिस ने बताया कि इस निर्माणाधीन मकान में वह अपने साथियों के साथ शराब का रैपर हटाकर उसे अधिक नशीली बनाने के लिए उसमें यूरिया व थिनर आदि मिलाकर उसमें लखनऊ में बिकने वाली देसी शराब विंडीज मार्का का स्टीकर और ढक्कन लगाकर बेचते थे। फिलहाल पुलिस ने मौके से अवैध शराब की 21 सौ पेटी, दो बंडल सील ढक्कन, विंडीज मार्का देसी शराब के 15 हजार रैपर, 4 किलो यूरिया, थिनर भरी चार बोतले व एक थिनर की खाली बोतल के अलावा एक पैशन प्रो बाइक बरामद कर गिरफ्तार रमेशचंद्र, अफसर जहां और शान मोहम्मद को जेल भेज दिया है।
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इस मामले में गिरफ्तार उन्नाव जिले के सोहरामऊ थानांतर्गत मकदूमपुर दरेहटा निवासी रमेश चंद्र राजमिस्त्री का कार्य करता है। वह गत 24 नवंबर से ही इस निर्माणाधीन मकान में काम करने आया था और अगले दिन सोमवार को वह मकान के अंदर फर्श बना रहा था। तभी वहां पहुंची पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया। राजगीर मिस्त्री रमेश के परिजनों ने यह बात बताई। उन्होंने पुलिस पर रमेश को फर्जी तरीके से गिरफ्तार करने का आरोप लगाते हुए थाने पर हंगामा भी काटा। हंगामा कर रही रमेश की बुजुर्ग मां चंद्रना, पत्नी ललिता, बहन मुन्नी देवी व भाई छेदीलाल सहित परिवार के तमाम लोगों का आरोप था कि पुलिस ने रमेश को फर्जी तरीके से पकड़ कर उसे शराब तस्कर बना दिया। जबकि वह राजगीर मिस्त्री का काम करता है और 2 दिन से ही उसने यहां काम शुरू किया था।