दुनिया के सबसे ऊँचे शिवालय पर श्री राम ने की थी तपस्या

सबसे ऊंचे शिवालयदेश ही नहीं विदेश में भी भोलेनाथ के कई मंदिर हैं. जहां लोगों की भीड़ लगी रहती है. लेकिन हमारे देश में कई ऐसे मंदिर हैं, जिनकी महिमा अपरंपार है. महादेव के कई प्राचीन और ऐतिहासिक मंदिरों मशहूर हैं. लेकिन दुनिया के सबसे ऊंचे शिवालय के बारे में सुनकर दंग रह जाएंगे. यह मंदिर 1000 साल पुराना है.

यह 3,680 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. इस शिवालय को विश्व का सबसे ऊंचा शिवालय माना जाता है.

यह शिवालय देवभूमि उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है. यह तुंगनाथ नामक पहाड़ पर स्थित ये शिवालय तुंगनाथ मंदिर के नाम से मशहूर है.

यह मंदिर ग्रेनाइट पत्थरों से बना हुआ है. इस मंदिर को देखने के लिए हर साल बड़ी संख्या में तीर्थयात्री और पर्यटक आते हैं.

ऐसी मान्यता है कि द्वापर युग में महाभारत के युद्ध के दौरान हुए विशाल नरसंहार के बाद भगवान शिव पांडवों से नाराज हो गए थे. तब भगवान शिव को  प्रसन्न करने के लिए पांडवों ने इस मंदिर का निर्माण किया.

त्रेतायुग में भगवान श्रीराम ने जब रावण का वध किया तब खुद को ब्रह्महत्या के पाप से मुक्त करने के लिये उन्होंने इस स्थान पर आकर भगवान शिव की तपस्या की थी.

यह मंदिर हर साल नवंबर और मार्च के बीच बर्फबारी के कारण बंद रहता है.

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