आज का अर्जुन, दुनिया की सबसे ऊँची चोटियों पर है इसका राज 

सबसे ऊंची चोटीनोएडा। अर्जुन वाजपेयी (22) ने विश्व की पांचवीं सबसे ऊंची चोटी मकालु (8485 मीटर) को सोमवार सुबह फतह कर रिकॉर्ड बनाया। 8000 मीटर से ऊंची चार चोटियों पर चढ़ाई करने वाले अर्जुन विश्व के सबसे कम उम्र के पर्वतारोही हैं। अजरुन एवरेस्ट (8848 मीटर) ल्होत्से (8516 मीटर) और मनासलु (8163 मीटर) भी फतह कर चुके हैं।

रविवार रात करीब साढ़े आठ बजे उन्होंने कैंप फोर से आखिरी 900 मीटर की दूरी के लिए चढ़ाई शुरू की। सुबह 11 बजे उन्होंने चोटी पर तिरंगा लहराया। यहां डेढ़ घंटा बिताने के बाद नीचे आना शुरू किया। अजरुन वाजपेयी से पहले 2007 में भारत व नेपाल की सेना के दल ने इस चोटी पर फतह किया था।

सबसे ऊंची चोटी

भले ही मकालु विश्व की पांचवी सबसे ऊंची पर्वत श्रृंखला है, लेकिन यह खतरनाक चोटियों में शामिल है। इस पर अब तक विश्व के 200 से अधिक लोगों ने चढ़ाई की है। इससे पहले 22 वर्ष की उम्र में ही पुणो के आशीष माणो ल्होत्से पर फतह पा चुके हैं।

इसकी दुर्गमता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस पर चढ़ाई के दौरान अब तक 22 लोग जान गंवा चुके हैं। एक दर्जन से अधिक पर्वतारोही ऐसे हैं, जिन्होंने पांच बार इस चोटी पर चढ़ाई का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हुए।

कैंप-3 के बाद चोटी तक करीब दो किलोमीटर का रास्ता सीधी चढ़ाई का है। कई जगहों पर तो सिर्फ पैर रखने भर की जगह है। थोड़ी सी चूक पर्वतारोही को सैकड़ों फीट नीचे लेकर चली जाती है। इस लिहाज से भी अजरुन के लिए इस को चोटी पर फतह करना बड़ी उपलब्धि है।

पहली बार अर्जुन अभियान के दौरान अत्याधुनिक उपकरणों से लैस होकर गए थे। यही कारण था कि वह पल पल की जानकारी वाट्सएप व ट्विटर पर अपडेट करते रहे। अजरुन वाजपेयी इस बार जीपीएस से लैस थे। साथ ही सेटेलाइट मॉडम भी ले गए थे। इसे मोबाइल के नेटवर्क के लिए आसानी से जोड़ दिया जाता था। इससे वह अभियान की तस्वीरें, वीडियो आदि भेजते रहे।

ख़ास बातें

2010 : विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर फतह करने वाले विश्व के सबसे कम उम्र के पर्वतारोही। यह उपलब्धि अर्जुन ने 16 वर्ष की उम्र में हासिल की।

2011 : विश्व की चौथी सबसे ऊंची चोटी ल्होत्से पर फतह करने वाले विश्व के सबसे कम उम्र के पर्वतारोही। 17 वर्ष की उम्र में अजरुन ने इस चोटी पर फतह की।

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