गर्मियों में ही नहीं सर्दियों में भी लगाना चाहिए सनस्क्रीन लोशन, होते हैं ये 5 बेमिसाल फायदे

सर्दियों में सुनहरी धूप में बैठना किसे अच्छा नहीं लगता। धूप सर्दियों के लिए वरदान भले ही साबित हो सकती है लेकिन आपकी त्वचा पर धूप का अच्छा असर नहीं पड़ता। लोगों को लगता है कि सर्दियों की धूप त्वचा के लिए नुकसानदायक नहीं होती, जो कि पूरी तरह से गलत है। भले ही आपको धूप से राहत पहुंच रही हो लेकिन आपकी त्वचा को इससे परेशानी हो सकती है।

सनस्तीन
सर्दियों की धूप से बचना क्यों जरूरी
सर्दियों में धूप गर्मियों के मुकालबे कम दिखती जरूर है लेकिन नुकसानदायक यूवी रेडियेशन की रेडियो तरंग लंबाई बहुत अधिक होती है। जब बादल छाए रहते हैं और हमें धूप नजर नहीं आती, ऐसे में भी यूवी रेडियेशन हम तक पहुंच जाता है। ये हमारी त्वचा को नुकसान पहुंचाता है। इससे समय से पहले झुर्रियों और पिगमेंटेशन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा आपकी त्वचा के ग्लो और रंगत पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता है। आइये जानते हैं कुछ ऐसे उपायों के बारे में जिन्हें अपनाकर आप इन सर्दियों में अपनी त्वचा को धूप के प्रभाव से बचा सकते हैं।

नियमित रूप से सनस्क्रीन लगाएं
लोग अक्सर सनस्क्रीन को गर्मियों के साथ जोड़ते हैं। सनस्क्रीन सर्दियों में धूप से आपको बचाने के लिए उतनी ही जरूरी है जितनी की गर्मियों में। घर से बाहर निकलने के कम से कम 20 मिनट पहले सनस्क्रीन लगाएं। हर दो घंटे के बाद सनस्क्रीन लगाएं। सनस्क्रीन सिर्फ चेहरे पर नहीं बल्कि धूप के संपर्क में आने वाले हर बॉडी पार्ट पर लगाएं। जैसे कि हाथ, गला, पैर (अगर जूते न पहने हों)।

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सुरक्षात्मक कपड़े पहनें
इसका सीधा मतलब ये है कि ऐसे कपड़े पहने जो आपको यूवी किरणों से बताए। कोशिश करें त्वचा को जितना ढक सकते हैं ढक लें। ये ठंडे मौसम में बहुत आसान काम है। फुल स्लीव्ज, हाईनेक और गॉगल्स त्वचा को यूवी किरणों से बचाएगा और साथ ही हर दो घंटे में सनस्क्रीन लगाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।

अच्छी क्‍वालिटी का हो सनस्क्रीन
कई सनस्क्रीन प्रॉडक्ट बस नाम के होते हैं। वो आपको यूवी किरणों से सुरक्षा प्रदान करने में नाकामयाब साबित होते हैं। हमेशा अच्छी क्वालिटी की सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। प्रॉडक्ट खरीदते हुए उसके लेबल पर लगी जानकारी को पढ़ लें कि उसमें 30 या उससे ज्यादा एसपीएफ मौजूद हो। ऐसी सनस्क्रीन जिसमें कोई रेटिंग न दे रखी हो उसे लेने से बचना चाहिए। अगर आप नहीं जानते कि कौन सी सनस्क्रीन लगानी चाहिए, तो अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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कार या बस में भी सुरक्षा जरूरी
लोग अक्सर सोचते हैं कि वो ऐयर-कंडीशन कार या बस में ट्रैवल कर रहे हैं, तो वे धूप और यूवी किरणों के संपर्क में नहीं आते। लेकिन वो भूल जाते हैं कि कार और बस में शीशे लगे होते हैं और शीशों से यूवी किरणें अंदर पहुंच जाती हैं। जब आप ट्रैफिक में फंस जाते हैं, तो आपकी को इन यूवी किरणों से नुकसान पहुंचता है। इसलिए ऐसी स्थिति में सनस्क्रीन, स्कार्फ, कैप और कार सन प्रोटेक्टर का प्रयोग करें।
एंटी-ऑक्सीडेंट लगाएं
हम धूप में जाने से इसलिए परेशान होते हैं क्योंकि ऐसा करने से त्वचा पर फ्री ऑक्सीजन रेडिकल होने का खतरा होता है। ये फ्री ऑक्सीजन रेडिकल स्किन सेल्स को नुकसान पहुंचाते हैं और वक्त से पहले झुर्रियों का कारण बनते हैं। जब रात में त्वचा पर ऐंटी ऑक्सीडेंट क्रीम लगाकर रखी जाती है तो वो इन फ्री ऑक्सीजन रेडिकल को स्थिर करती है। इसके साथ ही, त्वचा के सेल्स को नष्ट होने से भी बचाती है। विटामिन सी और विटामिन ई वाली क्रीम में ऐेंटी ऑक्सीडेंट होता है।

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