
भारतीय क्रिकेट टीम इन दिनों ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर है। जहां अब भारत को लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट के बाद बॉर्डर गवास्कर ट्रॉफी (Border–Gavaskar Trophy) के 4 मैच खेलने होंगे। इसी बीच भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने अपने समय की 2004 बॉर्डर गवास्कर ट्रॉफी को याद किया। बता दें कि सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर तेंदुलकर द्वारा एक दोहरा शतक लगाया था। सचिन ने अपनी इस जबरदस्त पारी के पीछे का कारण बताते हुए कहा कि वे इन मैचों के दैरान सिर्फ एक गाना सुनते आ रहे थे जिसके करण उन्होंने ऐसा खेला।

अकसर खिलाड़ी खेल के दौरान मौदान में कई टोने-टटके आजमाते रहते हैं। इन्हीं खिलाड़ियों में सचिन तेंदुलकर का भी नाम लिया जाता है। सचिन को लोगों ने अकसर खेल के दौरान कई तरह की तरकीबों को आजमाते हुए देखा गया है। सचिन ने अपने इस तरकीबों का खुलासा खुद ही किया है। बता दें कि 2004 की बॉर्डर गवास्कर ट्राफी में सिडनी मैच से पहले ब्रिसबेन, एडिलेड और मेलबर्न टेस्ट मैचों की पारियों में सचिन ने 0, 1, 37, 0 और 44 रन जैसी असफल पारियां खेली थी।

लेकिन जब वे सिडनी टेस्ट मैच के लिए मैदान में उतरे तो उन्होंने पांचों दिन एक ही गाना सुनते रहे। सचिन ने बताया कि उन्हें जब भी समय मिलता तो वे वही गाना लगा सुनने लगते थे। इतना ही नहीं सचिन सुबह की चाय से लेकर ड्रसिंग रूम तक सभी जगह वही गान सुन करते थे। सचिन ने बताया कि, “मुझे याद है साल 2004 ,में जब मैंने सिडनी में 241 रनों की नाबाद पारी खेली। उन 5 दिनों मैं बस एक ही गाना सुनता आ रहा था। ब्रयान एडम्स का ‘Summer 69’। मैंने इस गाने को लूप में लगा रखा था। जब भी समय मिलता था ट्रेवल करते समय या ड्रेसिंग रूम में जाते समय। लंच टाइम, टी टाइम और मैच के बाद मैं इस गाने की धुन में खोया हुआ था।”

इस याद को साझा करते हुए आगे सचिन ने अपने एक और किस्से का जिक्र किया। सचिन ने कहा कि उनके साथ यह पहली घटना नहीं थी। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी वो साल 2003 के विश्वकप में एक गाना सुन रहे थे। इस किस्से को बताते हुए सचिन ने कहा कि, “मुझे याद है, साउथ अफ्रीका में खेले गए साल 2003 के विश्वकप में मैंने लकी अली सर के गाने बहुत ज्यादा सुने थे। जिससे मेरा पूरा विश्वकप काफी अच्छा गया था।”