देश में शिक्षा की बदहाल तस्वीर, शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले स्कूल की ऐसी व्यवस्था…  

रिपोर्ट अमर सदाना 

बिलाईगढ़ बलौदाबाजार, छत्तीसगढ़ । एक ओर जहां अभियान चलाकर बच्चो को स्कूलों तक लाने की कोशिश की जा रही है। तो वही बच्चों के पाठशाला में पानी भर जाने से बच्चों का पढ़ाई पूरी ठप है। जहां 69 छात्र छात्राएं अतिरिक्त भवन में एक साथ बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर है। आइए देखते है क्या है पूरा खबर हमारे संवाददाता योगेश केशरवानी के इस खास रिपोर्ट में।

शिक्षा

बलौदाबाजार जिला के बिलाईगढ़ विधानसभा अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत रामनगर डोटों के प्राथमिक शाला भवन में विगत 15 दिनों से पानी भरा हुआ है, जिसके चलते वहाँ पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य अंधकार मय हो गया है,, बताया जा रहा है यहाँ स्कूल लगाने में काफी परेशानियां हो रहा है,, इस प्राथमिक शाला में कुल 69 छात्र छात्राएं पढ़ने आते है जो पढाई कर अपनी जिंदगी गढ़ना चाहते है लेकिन इन बच्चों के पढाई में ही पानी भर जाएगा ऐसा कभी नही सोचा था।

आपको बता दें प्राथमिक शाला सिंधीचुआ – डोटों में कक्षा 1 से लेकर पाँचवी तक के छात्र छात्राओं को दो रूम और एक हॉल में ही बैठाकर शिक्षा दिया जाता है। यदि हम यहाँ पढ़ाने वाले शिक्षक की माने तो एक रूम में दो-दो क्लास और हॉल में एक क्लास लगाते है।

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यहाँ  पढ़ने वाले छात्र छात्राओं ने बताया कि विगत 15 दिनों से सभी क्लास रूम में पानी भरा हुआ है जिसके चलते उनकी पढ़ाई लिखाई ठप है और दो ही दिन स्कूल लगा है। जहां सभी छात्र छात्राएं पानी भरने के कारण मजबूरी वश दूसरे मिडिल स्कूल के अतिरिक्त भवन में बैठकर अपनी पढाई करने को मजबूर है। तो वही एक ही रूम में सभी क्लास के छात्र छात्राएं एक साथ बैठ कर पढ़ाई करते है जिनसे पढाई अवरुद्ध हो रहा है।

गौरतलब है कि यहां दो शिक्षक पदस्थ है । एक शिक्षक और एक शिक्षिका ,, शिक्षिका  लम्बे समय के लिए  मेडिकल अवकास में है  इस लिए शिक्षक की कमी भी मानी जा रही है ,ऐसे में अंदाजा भी लगाया जा सकता है कि यहाँ पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य कितने फल फूल रहा होगा।।

बच्चों की जनसंख्या को देखते हुए यहाँ कुल 3 शिक्षक का होना आवश्यक है  ऐसे में एक ही शिक्षक के भरोसे सभी क्लास चलना अपने आप मे ही बंया कर रही है।।

जहां देखना अब यह होगा कि खबर दिखाए जाने के बाद क्या शासन प्रशासन इन बच्चों को और शिक्षक दे पाएगा और  स्कूल में भरी पानी से किस तरह निजात दिलाएगा। या ये मासूम बच्चे ऐसे ही पढ़ाई करते रहेंगे ये तो आने वाला वक्त बतायेंगा।

 

 

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