शादी से पहले “Me too” पर बोली प्रियंका, कही यह अहम बातें , जानें!
मुंबई. बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा शादी के बंधन में बंधने जा रही हैं. शादी के बंधन में बंधने से पहले उन्होंने मुंबई में हुए एक खास कार्यक्रम में भाग लिया था, जिसमें उन्होंने कई मुद्दों पर बातचीत की थी. इस दौरान उन्होंने मी टू को लेकर भी अपने विचार रखे.
प्रियंका का कहना है कि आप सोशल मीडिया पर सिर्फ बदलाव की जिम्मेदारी नहीं दिखा सकते हैं. आपको एक संवाद भी रखना है. अगर संवाद नहीं होगा, अगर लोग इसके बारे में बात नहीं करेंगे तो यह मूवमेंट कभी नहीं बन पायेगा. हम लोग डिबेट नहीं करेंगे, हम लोग बातचीत नहीं करेंगे तो कुछ नहीं होगा. आज हमारे पास वह क्षमता है कि हम अपनी बात रख सकें, खुल कर बोल सकें. कोई भी इंसान कहीं भी बैठ कर इस पर अपनी बात रख सकता है. हम अपने बच्चों को इस बारे में एजुकेट कर सकते हैं. हम अपने आस-पास के लोगों को एजुकेट कर सकते हैं. हम अपने को-एक्टर्स को इसके बारे में बता सकते हैं. हमें यह समझना होगा कि हम लोग हमेशा सोशल मीडिया की बुराई करते हैं, लेकिन हमें यह समझना चाहिए कि क्या इससे पहले हमारे पास कोई माध्यम था कि हम इस पर खुल कर बातचीत करें. कम से कम इस तरह से मोमेंटम तो क्रियेट होगा. हमारे पास लॉ मेकर्स हैं.
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प्रियंका का मानना है कि हमेशा की तरह ही महिलाओं को उस परिस्थिति में रखा जायेगा, जहां उन्हें कुछ भी बोलने से पहले अपने करियर, अपनी जिंदगी के बारे में सोचना होगा. चूंकि उन्हें डराया धमकाया जा सकता है. उन्हें कहा जायेगा कि वह कुछ भी न बोलें, क्योंकि कोई पॉवरफुल पुरुष आयेगा और उसकी बात को दबा देगा. सो, अब भी यहां पैटीर्याकी है.
प्रियंका का मानना है कि अब भी यह मूवमेंट नहीं बना है पूरी तरह. अब भी महिलाएं पूरी तरह से इससे फाइट नहीं कर पा रही हैं. चूंकि अगर महिलाओं में हिम्मत है भी और वह बोल रही है, तो उन्हें ट्रोल किया जा रहा है. उन्हें कई तरह के नाम दिये जा रहे हैं. उन्हें कहा जा रहा है कि वह पब्लिसिटी के लिए ये सब कर रही हैं. इस बात के लिए काफी हिम्मत चाहिए होती है कि कि आप जब अकेली हैं फिर भीअपनी बात रखने की कोशिश कर रही होंगी तो. ये कहना आसान है कि अब क्यों कह रही है, तब क्यों नहीं कहा. जबकि ऐसी महिलाओं को सपोर्ट किया जाना चाहिए.