वोटिंग के बाद कंगना बयान, बोलीं – “आज सही मायने में आज़ाद हो रहे हैं , इससे पहले हम मुग़ल, ब्रिटिश, और इटालियन सरकारों के ग़ुलाम थे”

लोकसभा के लिए चुनावी सरगर्मी चरम पर है. 29 अप्रैल को चौथे फेज़ के तहत वोटिंग हुई. मुंबई में भी वोटिंग हुई. मुंबई है तो ज़ाहिर सी बात बॉलीवुड सेलेब्स भी अपने वोट डालने पोलिंग बूथ तक पहुंचे. सलमान खान से लेकर रणबीर कपूर, हर कोई कैमरे के सामने अपनी उंगली पर लगी काली स्याही का निशान दिखा रहा है. कंगना रनौत भी अपना वोट डालने पहुंची थीं.

वोट डालते ही उन्होंने जो सबसे पहला काम किया वो था कांग्रेस पर निशाना साधना. कहा हिंदुस्तान अब ‘इटालियन सरकार’ के शासन से मुक्त हुआ है. देश अब सही मायने में अब आज़ाद हुआ है.

जब कंगना से पूछा गया कि वोटिंग की क्या इम्पॉर्टेंस है तो उन्होंने कहा:

“आज बहुत अहम दिन है. ये पांच साल में एक बार आता है इसलिए इसका इस्तेमाल करिए. मुझे लगता है हिंदुस्तान आज सही मायने में आज़ाद हो रहा है. इससे पहले हम मुग़ल, ब्रिटिश, और इटालियन सरकारों के ग़ुलाम थे. इसलिए अपने वोट के अधिकार का इस्तेमाल ज़रूरी करिए.”

कंगना के कहने का क्या मतलब था? ये समझने के लिए आपको जीनियस होने की ज़रूरत नहीं है. ये ताना था कांग्रेस पार्टी की पूर्व प्रेसिडेंट सोनिया गांधी पर. साथ ही राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा पर भी. राहुल फ़िलहाल कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष हैं. सोनिया और राजीव गांधी के बेटे हैं. 72 साल पहले सोनिया का जन्म इटली में हुआ था. राजीव गांधी से शादी के बाद वो हिंदुस्तान में बस गईं. अपनी इटालियन नागरिकता छोड़ दी और भारतीय नागरिक बन गईं. राहुल और प्रियंका का जन्म तो भारत में ही हुआ है. तीनों भारतीय नागरिक ही हैं. पर कंगना के गणित के हिसाब से हिंदुस्तान पर ‘इटालियन सरकार’ की हुकूमत थी!

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कंगना ने कहा:

“हमारे नेता लंदन में आराम करते थे. इस देश का जो हाल था. रेप, ग़रीबी, प्रदूषण. कांग्रेस के राज्य में क्या दुर्दशा थी. इससे बद्तर क्या ही हो सकता है. अब समय है स्वराज और स्वधर्म का. इसलिए हम सबको हिंदुस्तान के लिए वोट डालने जाना चाहिए.”

कंगना ने कई बार ये ज़ाहिर किया है कि वो एक राष्ट्रवादी हैं. 2019 इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में कंगना ने अपने राष्ट्रवादी होने पर भी बयान दिया था. उन्होंने कहा:

“राष्ट्र्वाद शब्द को लेकर बहुत ग़लतफहमियां हैं. जब कोई कहता है वो राष्ट्रवादी है तो कुछ लोग उसपर हमला कर देते हैं. ये सारे आईडिया हमारे माहौल को देखकर आते हैं. आपको समझना पड़ेगा कि आपके लिए क्या काम करता है. हमारे देश में अमीर बहुत अमीर है. ग़रीब बहुत ग़रीब हैं. राष्ट्र्वाद उन्हें ऊपर उठा सकता है. बाद में ये काम में नहीं रहेगा. हर आईडिया की एक एक्सपायरी डेट होती है. फ़िलहाल हमारे देश को इसकी ज़रूरत है. मैं राष्ट्र्वाद को लेकर बहुत जुनूनी हूं.”

कंगना अक्सर ज़रूरी मुद्दों पर बोलती हैं. पॉलिटिकल और नॉन-पॉलिटिकल, दोनों. कई बार उनकी बातों पर कॉन्ट्रोवर्सी भी होती है. पर कंगना अपनी राय देने से पीछे नहीं हटतीं.

 

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