बस्ती जेल से दी गई थी 1090 को उड़ाने की धमकी

वूमेन पॉवर लाइनलखनऊ। 1090 (वूमेन पॉवर लाइन) को बम से उड़ाने की धमकी बस्ती जेल से दी गई थी। जिस नंबर से फोन किया गया था, उसका इस्तेमाल जेल में बंद एक हिस्ट्रीशीटर व उसके साथी कर रहे थे। राजधानी पुलिस को जब इसकी जानकारी हुई तो मातहतों के साथ-साथ अधिकारी भी बैकफुट पर आ गए और मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया।

दरअसल, सात अप्रैल की सुबह करीब 9:48 बजे वूमेन पॉवर लाइन के नंबर 1090 पर फोन आया था। जिसे सेक्शन की सीट नंबर 12 पर ड्यूटी कर रही आउट सोर्स कॉल टेकर नेहा सिंह ने उठाया था। फोन करने वाले ने कहा कि दो मिनट में वूमेन पॉवर लाइन में ब्लास्ट हो जाएगा। इस कॉल से कर्मचारियों में खलबली मच गई। हालांकि बम निरोधक दस्ते की पड़ताल में वहां से कोई विस्फोटक सामग्री नहीं मिली थी।

वूमेन पॉवर लाइन को धमकी

मामले में 1090 में तैनात इंस्पेक्टर गंगेश त्रिपाठी की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी। छानबीन में गौतमपल्ली पुलिस, साइबर सेल व 1090 की टीमें लगी थीं। सर्विलांस के माध्यम से जांच कर रही टीमों को पता चला कि धमकी जेल से दी गई है। इस पर उन्होंने उच्चाधिकारियों को बताया। खास बात यह है कि पड़ताल में पता चला कि उक्त मोबाइल नंबर जेल के भीतर तीन माह में करीब 20 अलग-अलग मोबाइल फोन में इस्तेमाल किया गया है। इसके बाद राजधानी पुलिस बैकफुट पर आ गई। अभी तक तेजी से चल रही जांच को रोक दिया गया।

बहराइच से लिया था सिम

जांच में सामने आया कि जिस नंबर से धमकी दी गई थी, उक्त सिम बहराइच के नानपारा निवासी कप्तान सिंह के नाम से खरीदा गया था। जबकि इसे खरीदने में लगाई गई आइडी फर्जी है। जिसका प्रयोग हरैया निवासी विनीत पांडेय कर रहा था। विनीत बस्ती का हिस्ट्रीशीटर है, इसके साथ दो सगे भाई हरैया कस्बा निवासी रमाशंकर व राम सहाय जेल में बंद थे। दोनों पर लूट व हत्या समेत कई मामले दर्ज हैं।

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