यहां विरोध के चलते नहीं फहराया जा सका तिरंगा, जानें क्या है पूरा मामला

REPOTER-KASHI NATH

वाराणसी : वाराणसी में विश्व हिंदू सेना ने गणतंत्र दिवस के मौके पर काशी के 6 तीर्थ स्थलों में शामिल माधव राव धौरहरा पर तिरंगा फहराने की कोशिश नाकाम रही। सैकड़ों की संख्या में तिरंगा फहराने जा रहे कार्यकर्ताओं को हल्के विरोध के बाद विश्व हिन्दू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक समेत प्रशासन ने गिरफ्तार कर लिया।

अस्सी घाट से निकले जुलूस में भारत माता की जय , वंदे मातरम के नारों के बीच अरुण पाठक ने कहा कश्मीर से 370, 35 a हटने और राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ होने के बाद मोदी जी पर विश्वास बढ़ गया है और अयोध्या के बाद काशी मथुरा की बारी है।

अरुण पाठक ने कहा कि 1995 से माधव राव धौरहरा पर तिरंगा फहराने की लगातार कोशिश की जाती रही है लेकिन तत्कालीन मुलायम सिंह की सरकार ने इसपर रोक लगा दिया। वहीं उन्होंने विवादित बयान देते हुए कहा कि विश्वनाथ कॉरिडोर बनने से एक लाख कर सेवकों के जाने का रास्ता और सुगम हो गया है।

बता दें कि माधव राव धरहरा में बिंदु माधव का मंदिर होने के साथ साथ राष्ट्रीय स्मारक भी घोषित है। बगल में मस्जिद भी है ऐसे में विवादित स्थल होने की वजह से वहां इस तरह के कार्यक्रम से प्रशासन सतर्क रहता है जबकि अरुण पाठक का कहना है कि राष्ट्रीय स्मारक पर तिरंगा फहराने में किसी को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए ।

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डीएम एडीजी डीआईजी एसएसपी य्या कोई भी प्रशासनिक अधिकारी, मंत्री विधायक य्या कोई मौलाना भी अगर झंडा फहराता है तो उन्हें कोई परेशानी नहीं है। तिरंगा फहराना चाहिए। उन्हें उम्मीद है कि मोदी जी उनकी मांगें अवश्य सुनेंगे।

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