इस्तीफा नामंजूर, अब संसद से निकाले जाएंगे विजय माल्या

विजय माल्या का इस्तीफानई दिल्ली। राज्‍यसभा से सांसद विजय माल्या का इस्तीफा प्रक्रियागत आधार पर नामंजूर कर दिया गया है। राज्‍यसभा सभापति हामिद अंसारी ने माल्‍या का इस्‍तीफा अस्‍वीकार किया। माल्‍या राज्‍यसभा के निर्दलीय सदस्‍य हैं। वहीं इससे पहले मंगलवार को राज्यसभा की एथिक्स कमेटी भी माल्या की मेंबरशिप कैंसल करने की सिफारिश कर चुकी है। बता दें कि माल्या ने सोमवार को ही अपना इस्तीफा दिया था।

विजय माल्या का इस्तीफा

विजय माल्या 9,400 करोड़ रुपये से अधिक के कर्ज बकाये का सामना कर रहे हैं। उन्होंने खुद को उच्च सदन से निष्कासित किए जाने से बचने के प्रयास के तहत ब्रिटेन में अपने निवास से अपने इस्तीफे की स्कैन की हुई प्रति यह कहते हुए भेजी थी कि वह नहीं चाहते कि उनके ‘नाम तथा प्रतिष्ठा पर और कीचड़ उछाला जाए।’

आचार समिति जब उनके निष्कासन की सिफारिश करने वाली थी, उससे एक दिन पहले उन्होंने कहा, ‘क्योंकि हालिया घटनाक्रम यह दर्शाते हैं कि मुझे निष्पक्ष मुकदमा या न्याय नहीं मिलेगा, मैं तत्काल प्रभाव से राज्यसभा के सदस्य के रूप में इस्तीफा दे रहा हूं।’ राज्यसभा सचिवालय के सूत्रों ने बताया कि माल्या के हस्ताक्षर स्कैन किये हुए थे और नियमों के अनुरूप नहीं थे।

‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट के मुताबिक, हामिद अंसारी के ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) गुरदीप सिंह सप्पल ने राज्यसभा महासचिव की चिट्ठी का जिक्र करते हुए ट्विटर पर कहा कि हामिद अंसारी, सभापति, राज्यसभा, विजय माल्या का इस्तीफा स्वीकार नहीं करते। महासचिव राज्यसभा ने माल्या को लिखा है कि उनका त्यागपत्र प्रक्रियाओं के अनुरूप नहीं है और इस पर वास्तविक हस्ताक्षर नहीं हैं।

वहीं माल्‍या के निष्‍कासन को लेकर कमेटी बुधवार को राज्यसभा में अपनी रिपोर्ट रखेगी। किसी भी सांसद की सदस्यता खत्म करने के लिए सदन में इस आशय का प्रस्ताव लाना और इसे मंजूरी दिया जाना आवश्यक होता है।

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