वाहन नया हो या पुराना, 1 जनवरी से पहले नहीं किया यह काम तो होगी समस्या


नेशनल हाईवे पर वाहनों की लंबी कतार और टोल पर होने वाली जद्दोजहत से अब छुटकारा मिलने वाला है। भारत में 1 जनवरी से Fastag को सभी वाहनों के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। वहीं सरकार लगातार एक ऐसी प्रणाली चाह रही है जिसके तहत टोल किराया 100 फीसदी फास्टैग के माध्यम से ही वसूला जाए। जिसके बाद किसी भी टोल पर किसी भी तरह की कैश हैंडलिंग न हो।

रिपोर्टस बताती है कि सरकार का लक्ष्य है कि रोजाना तकरीबन 100 करोड़ की राशि टोल के माध्यम से वसूला जाए। यह वर्तमान में 93 करोड़ रुपयए प्रतिदिन पर सीमित है। फिलहाल 1 जनवरी के बाद से यदि आपके वाहन पर फास्टैग नहीं है और आप राष्ट्रीय राजमार्ग पर सफर कर रहे हैं तो यह आपके लिए असुविधाजनक साबित हो सकता है।

आपको बता दें कि फास्टैग एक स्टीकर या टैग होता है जिसे कार की विंडस्क्रीन पर आमतौर पर चिपकाया जाता है। जब भी आप हाईवे पर सफर कर रहे होते हैं तो टोल प्लाजा पर लगे स्कैनर वाहन पर लगे स्टीकर से डिवाइस रेडिया फ्रीक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन तकनीक का उपयोग कर जगह के हिसाब से राशि आपके बैंक खाते से काट ली जाती है।

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