लोग जीते जी करा रहे हैं अपने अंतिम संस्कार की बुकिंग, साथ ही मिल रहा है बंपर डिस्काउंट

मोक्षशिल डॉट कॉम और काशीमोक्ष डॉट कॉम पर बहुत से लोग अपने अंतिम सफर से लिए बुकिंग करा रहे हैं। देखा जाए तो आज लगभग हर काम के लिए प्री बुकिंग हो रही है, ऐसे मे अब अंतिम संस्कार के लिए भी ऑनलाइन बुकिंग संभव है।

अहमदाबाद के रिटायर्ड टैक्सटाइल इंजीनियर सुनील कुमार शुक्ला और उनकी पत्नी सुनीता शुक्ला ने धार्मिक मान्यताओं के दृष्टिगत अपने अंतिम संस्कार की व्यवस्था वेबसाइट पर पहले ही बुक कर रखी है।

अंतिम संस्कार की बुकिंग,

अहमदाबाद निवासी इन दम्पत्ति ने मोक्षशिल डॉट कॉम पर खुद को पंजीकृत करा रखा है। सुनील शुक्ला कहते हैं कि मैं 75 साल का हो गया हूं।

मेरी पत्नी 70 साल की हैं। यह जीवन का ऐसा चरण है जब कुछ भी घट सकता है। हम इसके लिए तैयार हैं। सुनील कहते हैं कि बच्चे विदेश में रहते हैं। बच्चे कहते हैं कि जब भी जरूरत पड़ेगी, आ जाएंगे, पर मैंने ऐसे भी उदाहरण देखे हैं कि एक के देहान्त होने पर जीवनसाथी को दोस्तों की मदद से सब काम सम्पन्न करने पड़े।

वहीं, वाराणसी की काशीमोक्ष डॉट कॉम पर  अनेक एनआरआई भी खुद को पंजीकृत करा चुके हैं। यह डॉट कॉम मृत्यु से सम्बंधित सेवा सुलभ कराती है। काशीमोक्ष डॉट कॉम की मार्केटिंग हेड रूपसी गुप्ता कहती हैं कि हम मृतक के परिजनों की ओर से उनके अनुरोध पर पुण्यतिथि पर धार्मिक कामकाज भी करते हैं। पुण्यतिथि पर कार्यक्रम सम्पन्न कराने के बाद हम मृतक के परिजनों को उसकी सीडी भेज देते हैं।

अंतिम संस्कार से जुड़े कामों के लिए मुम्बई में 1989 में इंडियन फ्यूनरल सर्विस नामक संस्था शुरू की गई थी, लेकिन पिछले एक दशक से इसका सब काम ऑनलाइन हो गया है।

मेरठ में PM मोदी: चौकीदार की सरकार ने दिखाया सर्जिकल स्ट्राइक का साहस

संस्था के सह संस्थापक इलरोय नोरोन्ह कहते हैं कि आज सबसे बड़ी समस्या मृत शरीर को स्वदेश लाना होता है। संस्था यह महत्वपूर्ण सेवा सुलभ कराती है।

वह कहते हैं कि जब आप मृत शरीर को लेकर देशों में जाते हैं तो आपको इमीग्रेशन क्लीयरेन्स, स्वास्थ्य विभाग से प्रमाणपत्र के साथ ही पुलिस और कस्टम अनुमति की भी जरूरत होती है।

कम्पनी दूतावासों और वाणिज्य दूतावासों के साथ मिलकर काम करती है। 200 से अधिक कम्पनियां पूरे विश्व में यह सेवा सुलभ कराती हैं।

LIVE TV