लालू पुत्र को क्यों सीखना चाहिए रामचरितमानस से नैतिकता का पाठ?

पटना| राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव द्वारा अदालत में तलाक की अर्जी दिए जाने के बाद घर नहीं लौटने पर जनता दल (युनाइटेड) ने शनिवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को नैतिकता का पाठ पढ़ाया। जद (यू) ने तेजस्वी को रामचरितमानस की याद दिलाते हुए उन्हें भरत से सीख लेने की नसीहत दी है।

जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने शनिवार को कहा कि सत्ता गंवाने के बाद भी तेजस्वी की आत्मा नहीं जागी। अब उन्हें अपने बड़े भाई से भी आंख मिलाने से डर लगने लगा है।

उन्होंने तेजस्वी को रामचरित मानस से सीख लेने की नसीहत देते हुए कहा, “याद कीजिए, जब छोटे भाई भरत को अयोध्या का राजा बनाया गया था, तब वे वनवास गए बड़े भाई राम को वन से वापस लाने गए थे।”

जद (यू) नेता ने तेजस्वी को जाकर बड़े भाई को घर लाने की सलाह देते हुए कहा, “यही नैतिकता है। एक कोशिश तो कीजिए।”

जम्मू में गहरी खाई में गिरी यात्री बस, 23 लोगों की दर्दनाक मौत

उल्लेखनीय है कि तेजप्रताप ने अपनी पत्नी एश्वर्या से तलाक की अर्जी एक नवंबर को पटना पारिवारिक (फैमिली) अदालत में दी है। इस मामले की पहली सुनवाई को लेकर तेजप्रताप 29 नवंबर को पटना पहुंचे लेकिन इसके बावजूद घर नहीं गए।

LIVE TV