
लखनऊ के सबसे पॉश इलाके में मौजूद गोमतीनगर स्टेशन सुविधाओं और भव्यता के मामले में सबसे खास होगा। यहां एयरपोर्ट सरीखी सुविधाएं तो यात्रियों को मिलेंगी ही, बिजली व पानी की बचत कर ऊर्जा व पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दिया जाएगा। स्टेशन को ईको फ्रेंडली बनाने का काम हो रहा है। 1,910 करोड़ रुपये की लागत से यह रेलवे स्टेशन अप्रैल 2020 तक नए स्वरूप में बनकर तैयार हो जाएगा।
दरअसल, रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की योजना के तहत उत्तर रेलवे के चारबाग रेलवे स्टेशन और पूर्वोत्तर रेलवे के गोमतीनगर स्टेशन को अत्याधुनिक बनाने का खाका तैयार किया गया। चारबाग स्टेडियम में आयोजित एक समारोह में दोनों स्टेशनों के लिए धनराशि की घोषणा की गई। इसमें चारबाग के पुनर्विकास के लिए 18 सौ करोड़ व गोमतीनगर के लिए 1,910 करोड़ रुपये मिला। गोमतीनगर स्टेशन पर निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। स्टेशन को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है।
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मसलन, स्टेशन पर ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों के लिए फ्लाईओवर बन रहा है, जो सीधे फर्स्ट फ्लोर पर निकलेगा। वहीं स्टेशन से बाहर निकलने वलों के लिए निकासी द्वारा नीचे होगा, जो सीधे मॉल, वेटिंग लाउंज से जुड़ा होगा। सीपी कुकरेजा एसोसिएट्स के आर्किटेक्ट दिक्षु सी. कुकरेजा ने बताया कि यह अपनी तरह का अलग स्टेशन होगा। यहां एक ओर जहां ऊर्जा व पर्यावरण संरक्षण पर फोकस किया जा रहा है, वहीं यात्रियों की क्षमता के लिहाज से इसे अत्याधुनिक बनाया जा रहा है।
कुल एक से सवा लाख यात्रियों की क्षमता वाला स्टेशन बन जाएगा। बिजली बचाने के लिए पूरे स्टेशन पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे, जिससे बिजली की खपत में 25 प्रतिशत की कटौती होगी। जबकि पानी की बचत के लिए वाटर रिसाइकिलिंग व हार्वेस्टिंग का मुकम्मल इंतजाम होगा। इससे 30 प्रतिशत तक पानी की बचत होगी। इस पर काम शुरू हो गया है।
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