रिसर्च में एक और वेरिएंट की खोज, जानें ओमिक्रॉन से कितना है खतरनाक

-अभिनव त्रिपाठी

कोरोना (Covid-19) अपना कहर बरपाया हुआ है और यह भविष्य में कब तक रहेगा कब खत्म होगा इसका जवाब किसी के पास नहीं है। दिन पर दिन इसके नए – नए वेरियंट आ रहे है जो पहले से ज्यादा खतरनाक हो गये है। हाल में ही फ्रांस के वैज्ञानिको ने यह दावा किया है कि ओमिक्रोन के बाद फिर एक नया वेरियंट सामने आ चुका है जो विगत दिनों में आए वायरस की तुलना में और ज्यादा खतरनाक है। वैज्ञानिको में सबसे ज्यादा चिंता का विषय यह है कि इस वायरस के पास 46 म्यूटेशन है यानी यह 46 तरह से अपना रूप बदल सकता है। इस वायरस के सामने अभी तक लगी हुई वैक्सीन भी टिक पाने में अक्षम होगी।

कोरोनाः बदला वायरस कितना ख़तरनाक, क्या काम करेगी वैक्सीन - BBC News हिंदी

नए वायरस से अभी तक 12 लोग संक्रमित हुए है जो की फ्रांस के मार्सिले ( Marseille) के निवासी हैं। बताया जा रहा है की जितने लोग संक्रमित हुए है वे हाल में ही अफ्रीकी देश कैमरून की यात्रा से वापस लौट कर आए हुए हैं। इसलिए विशेषज्ञो का मानना है की इस वायरस का जन्मस्थान मोरक्को है।

हालांकि, अच्छी खबर यह है की यह नया वेरियंट ओमिक्रॉन के मुकाबले में ज्यादा ताकतवर नहीं है। अभी तक फ़्रांस में कोरोना के जितने मामले सामने आ रहे है उसमें ज्यादातर मामले लगभग 60 प्रतिशत ओमिक्रॉन वेरिएंट के हैं। कोरोना के इस पनपते हुए नए वायरस की खोज फ्रांस स्थित आईएचयू मेडिटेरिनी (IHU Mediterranee) के वैज्ञानिकों ने 10 दिसंबर को किया था। लेकिन तब से इस वायरस के अत्यधिक मामले नहीं सामने आए है। अभी तक केवल 12 ही मामले मिले हुए हैं। फ़्रांस के अलावा अन्य किसी देश में इस वायरस की पुष्टि नही हुई है। हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) इस मामले में जानकारी जुटा रहा है।

इस वेरिएंट की खोज वैज्ञानिक प्रोफेसर फिलिपे कार्लसन (Professor Philippe Colson) ने किया है. जिन्होंने बताया की मार्सिले में नए वेरिएंट से संक्रमित और कई मामले सामने आ सकते है और उन्होंने खुद इस वेरिएंट का नाम आईएचयू (variant IHU) रखा है। अभी तक इसके जीनोम की पहचान नहीं हो पाई है। वैज्ञानिकों ने इस वेरिएंट को B.1.640.2 नाम दिया है मेडआरएक्सआईवी (medRxiv) के द्वारा इस नए वेरियंट की घोषणा की गई है। लेकिन किसी भी जर्नल ने अभी तक इसको प्रकाशित नहीं किया है।

LIVE TV