‘राहुल कुछ भी कर लें लेकिन प्रधानमंत्री नहीं बन सकते’

नई दिल्ली। भाजपा आलाकमान ने मोदी सरकार में मंत्री मेनका गांधी को इस बार सुल्तानपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने का फरमान सुनाया है। अभी इस सीट से मेनका गांधी के बेटे वरुण गांधी सांसद हैं। बता दें कि वरुण गांधी इस बार पीलीभीत सीट से चुनाव लड़ेंगे, जहां से उनकी मां अभी सांसद हैं

सुल्तानपुर में मेनका गांधी लोगों से मिलने और बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन कर रही हैं। इस दौरान मेनका गांधी ने सुल्तानपुर के बगल वाली सीट अमेठी से सांसद राहुल गांधी को लेकर कहा कि, “कोई भी व्यक्ति दो सीटों से या उससे भी ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ सकता है। मैं सुल्तानपुर से चुनाव लड़ रही हूं, इसका असर अमेठी और रायबेरली में होगा। अभी मैं खुद सुल्तानपुर में अपने चुनाव में व्यस्त हूं। पार्टी ने अभी मुझे अमेठी और रायबरेली में प्रचार के लिए कहा नहीं है, कहेगी तो प्रचार करूंगी।”

प्रियंका गांधी द्वारा यूपी कांग्रेस की प्रचार अपने हाथ लेने पर मेनका गांधी ने कहा, “उनका चुनाव में कोई प्रभाव नहीं होगा क्योंकि उनके पास कार्यकर्ता नहीं हैं। चुनाव दर चुनाव कार्यकर्ता कम होते जा रहे हैं। दूसरी तरफ उनके पास कोई मुद्दा नहीं है। इसलिए उनका कोई प्रभाव नहीं होगा।”

राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि, “राहुल गांधी कितनी भी कोशिश कर लें, कभी भी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते।अगर कोई करिश्मा हो जाए तो मैं कह नहीं सकती हूं।’

भाजपा की स्थिति पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, “दिन प्रतिदिन हमारी स्थिति पहले से बेहतर होती जा रही है। पिछली बार से ज्यादा सीटें जीतकर हम सरकार बनाने जा रहे हैं। वरुण पीलीभीत से आसानी से चुनाव जीतेंगे क्योंकि वहां मैंने बहुत काम किया है, लोगों को बहुत प्यार दिया है।”

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यूपी में रायबरेली से सोनिया गांधी, अमेठी से राहुल गांधी और बगल की सीट सुल्तानपुर से मेनका गांधी के चुनाव लड़ने से यूपी की सियायत में काफी दिलचस्प बदलाव देखने को मिल सकते हैं। मेनका गांधी के सुल्तानपुर से लड़ने पर कांग्रेस को परेशानी भी हो सकती है, वो भी तब जब मेनका गांधी इस बात के लिए तैयार हैं कि अगर पार्टी का आदेश रहा तो वो अमेठी और रायबरेली में राहुल और सोनिया के खिलाफ प्रचार करेंगी।

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