
लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया है। सुरक्षा में लापरवाही बरतने पर चिनहट थाने के दारोगा वीरेंद्र यादव व छह कांस्टेबल अलाउद्दीन, जीवन सहाय, आत्मेंद्र, विजेंद्र व देवेंद्र को निलंबित कर दिया गया है। दरअसल, लखनऊ यूनिवर्सिटी में हिंदवी स्वराज दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काफिले को काला झंडा दिखाने और छात्रों के हंगामा करने के मामले में ये बड़ा कदम उठाया गया है।
इस बीच, हसनगंज पुलिस ने 14 आरोपी छात्रों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने तीन छात्राओं को भी शांति भंग में चालान किया है। एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है। मामले में समाजवादी छात्र सभा और आइसा के छात्र नेता है सभी 14 छात्र नेताओं पर 7-CLA एक्ट समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। हसनगंज पुलिस ने सभी 14 छात्र नेताओं को जेल भेजने की तैयारी कर ली है।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री के विरोध की तैयारी की पूर्व सूचना के बावजूद पुलिस प्रदर्शनकारी छात्र-छात्रओं को मुख्यमंत्री के काफिले के आगे आने से रोकने में नाकाम रही। सीएम लखनऊ यूनिवर्सिटी में हिंदवी स्वराज दिवस कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। इस बीच हनुमान सेतु के पास सुरक्षा घेरा तोड़कर सपा छात्रसभा, एसएफआइ व आइसा से जुड़े छात्र-छात्राएं आगे आ गए और काले झंडे दिखाते हुए सीएम के काफिले को रोक दिया।
यह भी पढ़ें : दबंग ने किशोरी से दुष्कर्म का प्रयास किया, मुकदमा दर्ज
कुछ छात्र काफिले के आगे बीच सड़क पर लेट गए। सीएम अपनी कार से यह सब देखते रहे। पुलिसकर्मियों ने सीएम विरोधी नारेबाजी कर रहे छात्रों को किसी तरह घसीटकर काफिले के आगे से हटाया। इस बीच प्रदर्शनकारी छात्रों ने यूनिवर्सिटी के गेट नंबर दो के पास तक अपना विरोध जारी रखा।
उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को डीएम कौशल राज शर्मा और एसएसपी दीपक कुमार से पूरे मामले की विस्तार से जानकारी ली। एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक दो छात्राओं सहित 14 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है। महेंद्र यादव, माधुर्य सिंह उर्फ मधुर, अनिल यादव, अंकित सिंह, अशोक कुमार प्रभात, विनीत कुमार कुशवाहा सहित अन्य छात्रों को हिरासत में लिया है।
देखें वीडियो
https://youtu.be/VTBninCDJeA?t=80
देखें वीडियो