यूपी के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा-कोरोना से डरने की आवश्यकता नहीं, बचाव ही वरदान है…

रिपोर्ट- ARVIND TIWARI

 

हरदोई-  सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कछौना के न्यू पीएचसी गौरी खालसा में मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले के निरीक्षण में पहुंचे प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कोरोना से डरने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना बीमारी से बचाव ही वरदान है। उन्होंने कहा मास्क लगाने की भी आवश्यकता नहीं है, बस बचाओ रखें डरने की जरूरत नहीं है।

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प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत निरीक्षण में पहुंचे मंत्री जय प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले का फीता काटकर उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कोरोना बीमारी से डरने की आवश्यकता नहीं है। आज देश भर में सभी के मोबाइलों पर मैसेज आ रहे हैं और उन्हीं को ध्यान में रखते हुए सिर्फ बचाव की आवश्यकता है और यही बचाव वरदान साबित होगा। उन्होंने कहा कि देश में 84 केस हैं जिनमें से दो की मौत हुई है. वह भी ज्यादा उम्र के थे। बीमारी से मरने की संख्या प्वाइंट दो प्रतिशत है।  भारत लड़ने के लिए पूरी तरीके से तैयार है।

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उन्होंने कहा कि यूपी में 13 केस हैं जबकि यूपी में लगभग 1400 बेड हर जिले में हमने तैयार कर रखे हैं और हर केस को गंभीरता से देख रहे हैं। मंत्री ने कहा भारत-नेपाल सीमा पर और एयरपोर्ट पर थर्मल स्कैनर लगाए गए हैं. बड़ी मात्रा में स्कैनिंग की जा रही है और बाहर से आने वालों का वीजा भी फिलहाल रोक दिया गया है. उन्होंने कहा कि मास्क लगाने की आवश्यकता नहीं है, बस बचाव रखें और डरने की आवश्यकता भी नहीं है.

 

 

समाजवादी पार्टी द्वारा 22 अप्रैल को 22 मुद्दों को लेकर प्रदेश भर में सरकार के विरोध में किए जाने वाले प्रदर्शन को लेकर मंत्री ने कहा कि समाजवादी पार्टी सत्ता में थी और आज विपक्षी मुख्य विपक्षी दल है और ऐसे में सरकार का विरोध करना उनका दायित्व है। वह सरकार का विरोध करेंगे लेकिन जनता सब जानती है और आने वाले समय में जनता देखेगी।

 

मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी इसको लेकर उन्होंने कहा कि आज 22 विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया के पक्ष में इस्तीफा दे रहे हैं तो परिवर्तन हो जाएगा। मंत्री ने जॉइनिंग करने के बाद अनुपस्थित चल रहे डॉक्टरों को लेकर कहा कि पूरे प्रदेश में लगभग 700 डॉक्टर ऐसे हैं जो ज्वाइन करने के बाद या तो कहीं दूसरी जगह चले गए हैं या उन्होंने पढ़ाई करनी शुरू कर दी अथवा अपना मेडिकल चला रहे हैं. ऐसे डॉक्टरों को चिन्हित कर लिया गया है, उनकी बर्खास्तगी की प्रक्रिया भी चल रही है और लगभग 8 महीने में बर्खास्तगी की प्रक्रिया भी कर दी जाएगी।

 

 

 

 

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