
मुंबई। केरल के कोच्चि में शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा प्रेमी युगल के साथ की गई मारपीट की घटना से शिवसेना ने खुद को अलग कर लिया है और घटना में संलिप्त पार्टी कार्यकर्ताओं को बर्खास्त कर दिया है। शिवसेना की युवा इकाई ‘युवा सेना’ के अध्यक्ष आदित्य ठाकरे ने कहा, “कोच्चि की घटना में संलिप्त व्यक्तियों को तत्काल पार्टी की सदस्यता से अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दिया गया है।”
आदित्य ने घटना की ‘शर्मनाक और गैरजरूरी’ कहकर निंदा की और चेतावनी दी है कि पार्टी इस तरह की हरकतों के न तो साथ है और न ही बचाव करेगी। कोच्चि के समुद्रतट पर करीब छह शिवसैनिकों ने बुधवार की शाम कई प्रेमी युगलों के साथ मारपीट की।
मीडिया के सामने मोरल पुलिसिंग की घटना अंजाम दे रहे शिवसैनिकों की हरकत पर वहां मौजूद पुलिस भी कोई कार्रवाई करती नहीं नजर आई।
बाद में पुलिस ने शिवसेना के सभी छह कार्यकर्ताओं- टी.आर. देवन, के.के. बीजू, के.वाई. कुंजुमोन, टी.आर. लेनिस, के.यू. राठीश और ए.वी. विनीश को गैरकानूनी तरीके से समूह बनाने, युवाओं को धमकाने और पुलिस के कार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
कोच्चि के पुलिस आयुक्त एम.पी. दिनेश ने अपने कर्तव्यों का पालन न करने के लिए उप-निरीक्षक विजय शंकर को निलंबित कर दिया और आठ अन्य पुलिसकर्मियों का तबादला कर दिया। पुलिस को हालांकि अब तक शिवसेना के कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोई शिकायत नहीं मिली है।