मोदी कपड़ा मिल बनी छावनी , मालिक और मजदूरों की मांगों को लेकर नहीं थम रहा विवाद…

रिपोर्टरजावेद चौधरी

PLACE-GAZIYABAD

 गाजियाबाद के मोदीनगर में बंद पड़ी कपड़ा मिल के मजदूरों और मिल मालिकों के बीच मजदूरों की मांगों को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है . बता दें कि इससे पहले भी मजदूर अपनी मांगों को लेकर मिल परिसर पर दिनांक 1 मई को पहुंचे थे जहां उन पर मिल प्रबंधकों द्वारा गोली चलवाने का मामला सामने आया था .

 

 

वहीं मजदूरों का आरोप था कि मिल प्रबंधकों द्वारा उनका बकाया हिसाब दिए बिना ही बंद पड़ी कपड़ा मिल की मशीनरी  को बेचा जा रहा है जिसका संज्ञान लेते हुए गाजियाबाद डीएम ऋतु महेश्वरी ने मोदी मिल से स्क्रैप निकालने पर रोक लगा दी थी .

 

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दरअसल मजदूर नेता रामआसरे शर्मा का कहना है कि रोक के बावजूद और बिना किसी कोर्ट ऑर्डर के मिल प्रबंधकों ने प्रशासन और एसएसपी से  सांठगांठ कर फिर से स्क्रैप निकालना शुरू कर दिया है .

 

 

जिसके विरोध में आज फिर रामआसरे शर्मा मजदूरों के साथ फिर से सड़क पर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मिल परिसर पर पहुंचे जहां पर उनकी तहसीलदार उमाकांत तिवारी व थाना प्रभारी जितेंद्र यादव के साथ अपनी मांगों को लेकर तीखी नोकझोंक हुई हैं.

 

 

 

तहसीलदार उमाकांत तिवारी ने मजदूर नेता राम आसरे शर्मा व मजदूरों की समस्या सुनी और समस्याओं के निस्तारण के लिए सोमवार तक का समय मांगा वह राम आसरे शर्मा ने मांग पूरी ना होने पर आंदोलन की चेतावनी दी सड़कों पर लोगों की भारी भीड़ को देखते हुए मोदीनगर पुलिस द्वारा बंद पड़ी कपड़ा मिल को छावनी में तब्दील कर दिया हैं.

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