सरकार का हवाला देकर मुस्लिमों को बड़ी धमकी, कहा- नहीं सुनाई देनी चाहिए नमाज़ की आवाज़

मुस्लिमों को धमकीलखनऊ। उत्तर प्रदेश के बरेली में कुछ अज्ञात लोगों ने हिंसा भड़काने के मकसद से मुस्लिमों को धमकी दी है। लोगों ने मुस्लिम विरोधी पर्चे मस्जिद पर लगाए हैं। इन पर्चों के माध्यम से मुस्लिमों को धमकाया गया है। पर्चों में लिखा है “मुस्लिम नमाज के दौरान लाउडस्पीकर का प्रयोग बंद करें दें नहीं तो हम मस्जिद में नमाज नहीं होने देंगे। इसे सिर्फ हमारी धमकी मत समझना।” पर्चे के अंत में आज्ञा से ‘सभी हिंदू’ लिखा गया है। बरेली में मुस्लिमों को घर छोड़ने वाले पोस्टर लगाए जाने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि फिर से ये एक नया मुद्दा सामने आ गया।

ये पोस्टर बरेली के जियानागला गांव की दो मस्जिदों पर लगाए गए हैं। यह वाक्या गुरुवार रात का है लेकिन अगले दिन (शुक्रवार) सुबह मामला उस समय प्रकाश में आया जब मस्जिद खुली। सुभाष नगर के करगैना की नई मस्जिद और पुरानी मस्जिद में यह पर्चे फेंके गए थे।

पर्चे में यह भी लिखा है- “मुसलमानों अब सही से रहना सीख लो सरकार हमारी आ गयी है। इस मामले में शहर के पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने टीओआई से बातचीत में कहा कि हमें दो मस्जिदों में भड़काऊ पर्चे फेंके जाने की शिकायत प्राप्त हुई है। इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई। पुलिस दोषियों को पकड़ने की कोशिश कर रही है।

हाल ही में बरेली जिले के इस गांव में मुसलमानों को अपना घर छोड़ने की धमकी देने वाला पोस्टर चिपकाने का मामला सामने आया था। बदमाशों का पता लगाने के लिए पुलिस की दो टीमों का गठन किया गया। बरेली से 70 किमी दूर जियानगला के एक ग्रामीण ने अपनी शिकायत में कहा था कि हिंदी में लिखे पोस्टर उसके घर की दीवार और दरवाजे पर चिपकाए गए हैं जिसमें मुस्लिम ग्रामवासियों को साल के अंत तक गांव छोड़ने को कहा गया है क्योंकि भाजपा उत्तर प्रदेश की सत्ता में आ गई है। अधिकारियों ने कहा कि कुछ को छोड़कर बाकी पोस्टर फोटोकापी कराए गए हैं। इनमें शुरू में ‘जयश्री राम’ लिखा गया है और हस्ताक्षर की जगह पर ‘गांव के हिंदू’ लिखा गया है। पुलिस ने धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने और इसके प्रतिकूल कृत्य के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 153-ए के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

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