तेवर में अखिलेश, दो मंत्रियों के बाद मुख्य सचिव को हटाया

मुख्‍य सचिव दीपक सिंघललखनऊ। मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव पूरे तेवर में दिख रहे हैं। सोमवार, दो मंत्रियों गायत्री प्रजापति और राजकिशोर सिंह को बर्खास्त करने के बाद मंगलवार मुख्‍य सचिव दीपक सिंघल को भी हटाकर नये मुख्य सचिव के रूप में राहुल भटनागर की तैनाती कर दी।

जुलाई में ही वरिष्‍ठ आईएएस दीपक सिंघल चीफ सेक्रेटरी बने थे। मंगलवार को वह  नोएडा में सिटी बस से जुड़े समझौते पर दस्तखत करने जा रहे थे। रास्ते में ही उन्हें अपने हटाये जाने की सूचना मिली। इसके बाद सिंघल नोएडा अथारिटी न जाकर वापस हो लिए। वे नोएडा में पत्रकारों से बातचीत भी करने वाले थे।

मुख्‍य सचिव दीपक सिंघल हटाए गए, राहुल भटनागर नए सूबे के नए चीफ सेक्रेटरी

प्रदेश के नए मुख्‍य सचिव राहुल भटनागर 1983 बैच के आईएएस अधिकारी है और अभी तक प्रमुख सचिव वित्त के पद पर तैनात थे। दीपक सिंघल 1982 बैच के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी हैं। सरकार ने उन्हें प्रतीक्षारत रखा है। वह प्रदेश सरकार के महत्वपूर्ण पदों सिंचाई, गृह, ऊर्जा, वाणिज्य कर विभागों के प्रमुख सचिव, सचिव और आयुक्त रह चुके हैं। वह पूर्व में मेरठ क्षेत्र के आयुक्त और आगरा एवं बरेली के जिलाधिकारी के पद पर रहे हैं।

दीपक सिंघल को नियुक्ति के महज दो महीने के अंदर पद से हटाए जाने के कारणों का अभी खुलासा नहीं हुआ है। लेकिन माना जा रहा है कि मुख्‍यमंत्री सूबे में विकास कार्यों की गति और बेलगाम नौकरशाही से नाखुश थे, इसलिए उन्‍होने ऐसा कदम उठाया। मुख्यमंत्री के इस कदम को लोग अलग-अलग नजरिये से देख रहे हैं। सीएम ने चाहे जिन कारणों से ये फैसले लिए हों, लेकिन मंत्रियों की बर्खास्तगी उनका देर से उठाया गया सही कदम माना जाएगा। हाँ, दो महीने पहले ही तैनात दीपक सिंघल को हटाए जाने पर प्रशासनिक अमले में जरुर चर्चा है। अफसरों का मानना है कि दो महीने में हटाना था तो तैनात ही क्यों किया। उनकी छवि से तो सभी पहले से वाकिफ हैं। इन दो महीनों में ऐसा कोई नया खुलासा तो सामने आया नहीं।

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