मायावती को मारने के इरादे से दरोगा ने निकाल ली थी पिस्तौल, यूं सूझबूझ से बचाई थी जान

बसपा सुप्रीमो मायावती को यूपी की पहली दलित महिला मुख्यमंत्री बनने का गौरव हासिल है। मायावती का नाम सिर्फ यूपी की राजनीति तक ही सीमित नहीं है। लेकिन यह पहचान बनाने के लिए उनका सफर आसान नहीं था। यूपी की कुर्सी तक पहुंचने के लिए उन्हें अपनों से तक लड़ना पड़ा था। मायावती आज अपना 66वां जन्मदिन मना रही हैं। आज हम आपको उनके जीवन से जुड़े कुछ किस्सों के बारे में बताने जा रहे हैं।

मायावती को राजनीति के मैदान में अपने विरोधियों के बीच कई तरह की विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ा, लेकिन वह कभी भी रास्ते से नहीं डिगी। 1995 में हुए गेस्ट हाउस कांड के बाद जब लोगों को लगा कि शायद वह टूट जाएंगी तो भी उन्होंने विरोधियों और आलोचकों को तगड़ा झटका दिया। इस घटना के बाद मायावती और भी अधिक मजबूत हो गईं।

जब मायावती की जान पर बन आई बात

मीडिया रिपोर्टस में यह किस्सा मायावती के करीबी रहे सरवर हुसैन के हवाले से बताया गया था। रिपोर्ट के अनुसार सरवर हुसैन का परिवार इलाहाबाद के नैनी थाना क्षेत्र अंतर्गत बीड़ी वाली गली में रहता है। बताया जाता है कि मायावती के सियासी सफर की शुरुआती दिनों से ही यह उनके काफी करीब था। हालांकि अब सरवर हुसैन इस दुनिया में नहीं हैं।

रिपोर्टस में बताया गया कि सरवर हुसैन ने बताया था कि मायावती का बुलंदशहर में विवाद हो गया था। मायावती और डीएम के बीच मतपत्र देखने को लेकर छीनाझपटी हुई। इसके बाद मायावती को बुलंदशहर से इलाहाबाद की नैनी सेंट्रल जेल लाया गया था। बताया जाता है कि यह बात दिसंबर 1991 की है। जब मायावती की लखनऊ हाईकोर्ट में पेशी हुई थी। वापसी में उन्हें लखनऊ पैसेंजर से इलाहाबाद लाया जा रहा था।
सरवर हुसैन के अनुसार सुबह तकरीबन 4.30 बजे ट्रेन प्रयाग स्टेशन पर पहुंचे। साथ में आए दरोगा से नीचे चलने को कहा। तभी उसने मायावती की हत्या के इरादे से रिवॉल्वर निकाली। इस दौरान सरवर भी साथ में ही थे। उन्होंने बताया कि मायावती ने उस दौरान उनसे कहा था कि सामने मस्जिद है। लोग जुटे हुए हैं आवाज लगाओ वरना ये हमें मार डालेगा। तभी ट्रेन के इसी कोच में चल रहे आर्मी वालों ने यह पूरा वाकया देखा और दरोगा को गोली न चलाने की चेतावनी दी। इसके बाद दरोगा घबरा गया और मायावती को रिक्शे से पुलिस लाइन ले गया। यहां पहुंचकर मायावती ने दरोगा के खिलाफ शिकायत की। मायावती को इसके बाद नैनी जेल भेज दिया गया। वहां उन्होंने जेल सुपरिटेंडेट से भी दरोगा की शिकायत की।

मायावती से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

  • मायावती का जन्म 15 जनवरी 1956 को दिल्ली की इंद्रपुरी इलाके में हुआ।
  • उन्होंने 1975 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस और इकॉनोमिक्स में बीए की डिग्री हासिल की।
  • 1976 में मेरठ विश्वविद्यालय से बीएड किया।
  • बतौर टीचर काम करते हुए मायावती ने 1983 में डीयू से एलएलबी की डिग्री ली।
  • यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईएएस बनना चाहती थी मायावती।
  • 1977 में कांशीराम के कहने पर मायावती ने अपना घर छोड़ राजनीति में एंट्री का मन बनाया।
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